कोलकाता: बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चन्द्र मिश्रा ने शनिवार (19 जनवरी) को कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा-सपा गठबंधन केन्द्र की ‘दलित-विरोधी’ और ‘अल्पसंख्यक-विरोधी’ राजग सरकार के अंत की शुरूआत है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से कोलकाता में आयोजित संयुक्त विपक्ष की रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने में सपा-बसपा गठबंधन के बाद यह रैली अगला कदम है.


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उन्होंने कहा कि इस ‘सफल’ रैली से पुष्टि हो गई है कि बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा लिखे गए संविधान को सुरक्षित रखने के लिए भाजपा को हराना जरूरी है. बसपा प्रमुख मायावती के प्रतिनिधि के रूप में रैली में शामिल हुए मिश्रा मंच पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ बैठे थे.


वहीं पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण शौरी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्ष को साथ मिलकर लड़ना होगा. विपक्षी दलों को चुनाव में साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ एक उम्मीदवार उतारना चाहिए.


कोलकाता में रैली को संबोधित करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि सुभाष चंद्र बोष गोरों से लड़े थे, लेकिन हम एक साथ होकर चोरों से लड़ेंगे. वहीं, गुजरात के नेता जिग्नेश मेवाणी ने कहा बंगाली में लोगों का अभिवादन करते हुए कहा कि साढ़े चार सालों दलित, किसान, मध्यवर्गीय लोगों का शोषण हुआ है. मेवाणी ने कहा कि किसानों की अहमियत को खत्म करने की कोशिश की गई है.