पटना: लोकसभा चुनाव में सभी दलों के मुख्य नेताओं को एक प्लेटफॉर्म देने के लिए ज़ी बिहार ने इलेक्शन कॉन्क्लेव का आयोजन किया. इलेक्शन कॉन्क्लेव में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, चिराग पासवान, केसी त्यागी शामिल हुए. इस दौरान सुशील मोदी ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. 


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इस दौरान सुशील मोदी ने 2015 विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार-लालू यादव के गठबंधन पर बात करते हुआ कहा, 'मैं जितना नीतीश कुमार को जानता हूं. मेरी समझ थी कि ये गठबंधन ज्यादा नहीं चलेगा. लेकिन इतनी जल्दी टूट जाएगा इसका अंदाजा नहीं था.'


 



उन्होंने कहा कि आरजेडी और जेडीयू में 36 का रिश्ता है. दोनों साथ मिलकर काम कर ही नहीं कर सकते हैं. नीतीश कुमार मेहनत करते हैं और पारदर्शिता के साथ काम करते हैं. जहां तक आरजेडी का सवाल है उनके लिए सही-गलत, भ्रष्टाचार ये सब मायने नहीं रखते हैं. पोस्टिंग, ट्रांसफर से लेकर दारोगा को फोन करने तक हस्तक्षेप किया जाता था. ये कोई सीएम नहीं बर्दाश्त नहीं कर सकता है. यह एक अप्राकृतिक गठबंधन था जिसकी स्वभाविक मौत हो गई. 


सुशील मोदी ने कहा कि लगातार सुबूतों के साथ करीब 40-42 प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मैंने ये बताने की कोशिश की किस तरह से लालू यादव के परिवार ने अवैध संपत्ति बनाई है. इसका जो खुलासा किया उसके बाद सरकार का चलना कठिन था. नीतीश कुमार का फैसला बिल्कुल सही था और उनके पास कोई जवाब नहीं था. किसी भी गठबंधन की सरकार के एक दल के नेता पर इतने भ्रष्टाचार के आरोप हो तो सरकार का चलना मुश्किल होगा. 


साथ ही तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि 29 साल की उम्र में तेजस्वी यादव की 53से अधिक संपत्ति हो गई. वो भी ऐसा शख्स जिसने ना कभी कोई बिजनस किया, ना कोई मैनेजमेंट का कोर्स किया और इतनी संपत्ति के मालिक बन गए. इसमें से 4-5 घर तो गिफ्ट किया हुआ है. विधानपरिषद का चतुर्थ वर्ग का कर्मचारी घर कैसे गिफ्ट कर सकता है. सुशील मोदी ने दावा किया केंद्र से बिहार को विशेष राज्य से भी अधिक का पैकेज मिला है.


इसके साथ ही बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कॉनक्लेव में ऐलान करते हुए कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव में भी नीतीश कुमार एनडीए का चेहरा होंगे. इसका अर्थ साफ है कि नीतीश ही एनडीए से मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे.