औसा (महाराष्ट्र): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कांग्रेस पर हमला तेज करते हुए कहा कि अगर उनके नेताओं ने समझदारी से काम लिया होता तो पाकिस्तान नहीं बनता . महाराष्ट्र के लातूर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं से बालाकोट हमले के नाम पर वोट मांग मोदी आदर्श आचार संहिता के दायरे में जाते भी दिखे. मोदी ने पहली बार मतदान करने वाले लोगों से कहा, ‘‘ क्या आपका पहला वोट हवाई हमला करने वालों के लिए हो सकता है.’’ 


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लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) के प्रचार में जुटे पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि आजादी से पहले कांग्रेस नेताओं ने अगर समझदारी से काम लिया होता तो 1947 में पाकिस्तान ना बनता. मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र और पाकिस्तान की भाषा एक है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के बयान की ओर इशारा करते हुए मोदी ने कांग्रेस और उसके सहयोगी एनसीपी पर जम्मू-कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री की मांग करने वालों का साथ देने का आरोप लगाया. मामले में एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर हमला बोलते हुए मोदी ने पूछा कि क्या मराठा क्षत्रप को ऐसे विचार वाली पार्टी का साथ देना शोभा देता है? 



दूसरी ओर, मोदी ने कहा कि बीजेपी के तहत नए भारत की नीति आतंकवादियों को उनके घर में घुसकर मारने की है. मोदी ने कहा कि पुलवामा आतंकी हमले और बालाकोट पर हवाई हमले के बाद से विपक्षी दल सुरक्षा बलों की वीरता पर सवाल उठा रहे हैं. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के बाद केवल भ्रष्टाचार एक ऐसा काम है जो पार्टी ‘ईमानदारी’ से करती है.


मोदी ने कहा, ‘‘ आपने देखा होगा कल-परसों कैसे कांग्रेस के दरबारियों के घर से बक्सों में नोट निकले हैं, नोट से वोट खरीदने का ये पाप इनकी राजनीतिक संस्कृति रही है. ये पिछले छह महीने से बोल रहे हैं कि ‘चौकीदार चोर है’ लेकिन नोट कहां से निकले? असली चोर कौन है?’’ 


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मोदी का इशारा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबियों और अन्य लोगों के खिलाफ कर चोरी तथा हवाला लेनदेन के आरोप में आयकर विभाग द्वारा दिल्ली और मध्य प्रदेश में कई जगह मारे गए छापों की ओर था. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी राफेल सौदे में कथित भ्रष्टाचार के मामले में ‘‘चौकीदार चोर है’’ नारे का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री पर हमला बोलते रहे हैं.


उन्होंने कहा कि कांग्रेस सैन्य बलों को दी गई विशेष शक्तियां वापस लेना चाहती है. उन्होंने कहा, ‘‘ पाकिस्तान भी यही चाहता है ताकि आतंकवादी मजे कर सकें. कांग्रेस ने कहा था कि वह राजद्रोह कानून को खत्म करना चाहती है. पाकिस्तान भी यही चाहता है. वह भारत के खिलाफ काम करने वालों को आजाद करना चाहते हैं.’’ 


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मोदी ने कहा, ‘‘ क्या ऐसी बातें करने वालों पर आप विश्वास कर सकते हैं? क्या ये लोग देश की रक्षा कर सकते हैं?’’ मोदी ने सोमवार को जारी किए गए बीजेपी के घोषणापत्र की तारीफ करते हुए कहा कि अन्य मुद्दों सहित पार्टी राष्ट्रीय सुरक्षा और किसानों के कल्याण को लेकर प्रतिबद्ध है. मोदी ने वहां मौजूद लोगों से कहा, ‘‘ आपका भरोसा पिछले पांच साल में मेरी सबसे बड़ी उपलब्धि है.’’ 


उन्होंने यह भी कहा कि उनका लक्ष्य भारत को नक्सल और माओवादी संकट से मुक्त करना है. केन्द्रीय मंत्री रामदास आठवले और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी रैली में मौजूद थे. मोदी ने अपने भाषण में उद्धव को अपना ‘‘छोटा भाई’’ बताया और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की प्रशंसा भी की. उन्होंने उनके खुद मुख्यमंत्री पद ग्रहण ना करने तथा अपने बेटे उद्धव को भी कुर्सी ना दिलाने के फैसले पर उनकी सराहना की.


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उन्होंने कहा कि वंशवाद को बढ़ावा देने वाली कांग्रेस जैसी पार्टियों को बाला साहब से सीखना चाहिए. मोदी ने बाल ठाकरे का मताधिकार छीनने को लेकर भी कांग्रेस पर हमला बोला. दूसरी ओर, उद्धव ठाकरे ने मोदी से कहा कि पाकिस्तान से ऐसे निपटें कि वह दोबारा भारत से उलझने लायक ना बचे. मोदी के साथ यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ठाकरे ने बीजेपी के घोषणापत्र का भी स्वागत किया. लोकसभा चुनाव में एकसाथ उतरने की घोषणा करने के बाद मोदी और ठाकरे की यह पहली संयुक्त रैली है. महाराष्ट्र के लातूर जिले में मोदी मंच पर ठाकरे का हाथ थामे पहुंचे. इसके बाद दोनों नेताओं ने एक-दूसरे का माला भी पहनाई.