Guava Farming: किसान अपने खेतों में बहुत ज्यादा मेहनत करते हैं. हर किसान चाहता है कि उसे खेती में ज्यादा से ज्यादा मुनाफा हो. हालांकि, कई बार मौसम की मार के कारण तो कभी मार्केट में फसल के उचित दाम न मिलने के कारण किसानों के लिए लागत निकालना भी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में आज हम आपके लिए एक शानदार बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं. अगर आप बागवानी में रुचि रखते हैं तो यह बिजनेस आपके काम का साबित होगा.


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हम बात कर रहे हैं अमरूद की खेती (Guava Farming) की. इसकी बागवानी से आप महज एक हेक्टेयर से लगभग 15 लाख रुपये का आपका नेट प्रॉफिट कमा सकते हैं. यहां जानें कि कैसे करें अमरूद की खेती, ताकि बेहतर पैदावार और तगड़ा मुनाफा मिले...


अमरूद की किस्में
अमरूद की खती के लिए आपको अपने खेतों में अमरूद का पौधों की रोपाई करना होगा. इसके लिए आपको अच्छी किस्म के पौधे खरीदने होंगे. पौधों की कीमत कम होगी या ज्यादा यह तो इस बात पर निर्भर करेगा कि आप कौन सी किस्म खरीद रहे हैं. अमरूद की वीएनआर बिही, अर्का अमुलिया, अर्का किरण, हिसार सफेदा, हिसार सुर्खा, सफेद जैम और कोहिर सफेद जैसी किस्में हैं.


इसके अलावा आप एप्पल रंग, चित्तीदार, इलाहाबाद सफेदा, लखनऊ-49, ललित, श्वेता, इलाहाबाद सुर्खा, इलाहाबाद मृदुला, अर्का मृदुला, सीडलेस, रेड फ्लैश, पंजाब पिंक और पंत प्रभात जैसी संकर किस्मों की खेती भी कर सकते हैं. 


किसानों में बहुत लोकप्रिय है ये वैराएटी
वीएनआर बिही किस्म लगाने पर आपको साल में दो बार अमरूद मिल सकते हैं. अगर आप  इस किस्म की खेती करते हैं तो आपको हर पौधे के लिए 180 रुपये अदा करने होंगे. जानकारी के मुताबिक इस किस्म के अमरूद का साइज तकरीबन 1 किलो तक हो जाता है. अमरूद की खेती के लिए नर्सरी से पौधे लेने से पहले आप अपने राज्य के कृषि विभाग से जरूर संपर्क करें, क्योंकि वहां से आपको कम में और अच्छी क्वालिटी के पौधे मिल सकते हैं.


ऐस करें अमरूद की खेती
सबसे बड़ी खासियत यही है कि अमरूद की खेती 5 डिग्री की ठंड से लेकर 45 डिग्री तक की गर्मी में भी की जा सकती है. ऐसे में साल भर में कभी भी इसकी शुरुआत आसानी से कर सकते हैं. अमरूद के पौधों को एक लाइन में 8-8 फुट की दूरी पर लगाएं और दो लाइनों के बीच करीब 12 फुट की दूरी होनी चाहिए. इससे कीटनाशक छिड़कने, फलों की बैगिंग और हार्वेस्टिंग करने आदि में परेशानी नहीं होगी. 


अगर आप अमरूद के पौधों की बागवानी का यह तरीका अपनाते हैं तो एक हेक्टेयर में आप लगभग 1200 पौधे रोप सकते हैं. सिंचाई के लिए ड्रिप इरिगेशन का इस्तेमाल करना ज्यादा सही होगा, इससे फर्टिलाइजर देने में भी आसानी रहेगी. करीब 2 साल में वीएनआर बिही किस्म के अमरूद में फल आने लगते हैं. पहली बार आप जुलाई-अगस्त में उत्पादन पाते हैं, दूसरी बार अक्टूबर-नवंबर में उत्पादन मिलेगा. 


बैगिंग करना है जरूरी 
अमरूद की अच्छी कीमत चाहिए तो फलों पर कोई निशान नहीं लगा होना चाहिए. अमरूद के फल सुंदर दिखे इसके लिए जरूरी है कि जब फल एक गेंद जितना बड़ा हो जाए तो उसकी बैगिंग कर लें. इसमें फल पर फोम का नेट लपेट कर उस पर पॉलीथीन लगाई जाती है. इसके बाद तीसरी लेयर अखबार की होती है. इससे पूरे फल को एक जैसा रंग मिलता है. फलों का साइज 500-600 ग्राम हो जाए तो उसके बाद इन्हें तोड़ लें. इससे आपको अच्छी कीमत मिलेगी.


इतनी आएगी लागत 
अगर आप अमरूद की बागवानी करते हैं तो आपको 2 साल इन पौधों को अच्छई तरह से पालना होता है, क्योंकि सबसे बड़ी लागत इसकी खेती करने के 2 साल बाद तक अमरूद के पौधों के रख-रखाव पर आती है. इसे ऐसे समझिए कि आप 1 हेक्टेयर में अमरूद की खेती करते हैं तो पौधों के बड़े होने और फल देने में 2 साल लगते हैं. इन 2 वर्षों में आपको करीब 10 लाख रुपये की लागत आएगी. उसके बाद लेबर और ट्रांसपोर्टेशन का खर्च भी बढ़ेगा. इस तरह हर साल आपको 10 लाख रुपये अपनी जेब से लगाने होंगे.


जानें कितना होगा मुनाफा
एक सीजन में हर पौधे पर औसतन 20 किलो अमरूद लगते हैं. बाजार में ये 50 रुपये किलो तक बिकेंगे. रिटेल में अमरूद के दाम 80-100 रुपये किलो तक भी मिल सकते हैं. इस तरह से 1200 पौधों से 20 किलो के हिसाब से केवल एक सीजन में आपको 24,000 किलो अमरूद मिलेंगे. साल में दो सीजन में आपको करीब 50 टन पैदावार मिलेगी. 50 रुपये के हिसाब से बिकने पर आपको लगभग 25 लाख रुपये की कमाई होगी. इसमें से अगर सालाना 10 लाख रुपये की लागत निकाल दें तो आपको 15 लाख रुपये का तगड़ा मुनाफा होगा. 


शुरू के 2 साल में ऐसे कमाएं पैसा
अमरूद के पौधे लगाने के बाद शुरुआती 2 साल में आपको अपना खर्च निकालना होगा. इसके लिए आप पौधों के बीच की जगह में . सलाद वाली फसलों, सब्जी आदि की खेती कर सकते हैं. बेलों वाली सब्जियां या गोभी, धनिया, चौलाई जैसी खेती से आप अच्छी कमाई कर सकते हैं. ध्यान रहे यह फसल ऐसी हो, जिससे अमरूद के पौधों पर असर ना हो.