Loan Amount: लोगों को अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए कभी भी पैसों की दरकार पड़ सकती है. कई बार लोगों के पास पूंजी उपलब्ध होती है तो कई बार लोगों के पास पैसे उपलब्ध नहीं होते हैं. लोगों के पास जब पैसे उपलब्ध नहीं होते हैं तो लोन लेने के लिए भी लोग बैंकों का रुख करते हैं. लोन के जरिए लोग अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए पैसों का इंतजाम कर  सकते हैं. हालांकि जब भी आप लोन लें तो जरूरी चीजों पर जरूर ध्यान दें. इससे आप ज्यादा ब्याज का भुगतान करने से भी बच सकते हैं.


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टेन्योर देखें
आप जब भी लोन लेंगे तो उसका रिपेमेंट आपको ईएमआई के जरिए करना होगा. हर महीने आपको ईएमआई चुकानी होगी और लोन का भुगतान आप करते जाएंगे. वहीं लोन लेते वक्त आप देखें कि आपको कितना टेन्योर मिल रहा है. लोन लेते वक्त टेन्योर काफी मायने रखता है. यह वही वक्त होता है, जिस टाइम तक आप अपना लोन चुका सकते हैं. वहीं जितना ज्यादा टेन्योर होगा, आपको उतना ज्यादा ब्याज भी चुकाना होगा. कम टेन्योर सेलेक्ट करने पर आपकी मंथली ईएमआई तो बढ़ जाती है लेकिन आपको ब्याज कम चुकाना होगा.


ब्याज दर
आपको किस दर पर ब्याज मिल रहा है, यह भी काफी मायने रखना है. ब्याज दर कम होनी चाहिए. जितना कम ब्याज दर पर आपको लोन मिल रहा है, आपको उतनी ही कम राशि ब्याज के तौर पर चुकानी होगी. लोन लेते वक्त अलग-अलग बैंकों के जरिए दी जानी वाली ब्याज दर को कंपेयर जरूर करना चाहिए.


प्रोसेसिंग फीस
बैंकों की ओर से आपको लोन देते वक्त आपसे प्रोसेसिंग फीस वसूल की जाती है. हर बैंक की यह फीस अलग-अलग होती है. लोन लेते वक्त ध्यान रखें कि कौनसी बैंक कितनी प्रोसेसिंग फीस ले रही है. जहां कम प्रोसेसिंग फीस लगे, उस बैंक की तरफ भी रुख किया जा सकता है.


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