Amla Farming: किसानों को पूरे साल के ज्यादातर दिनों में अपने खेतों में मेहनत करना पड़ता है, तब जाकर उत्पादन लागत से बढ़कर कुछ मुनाफा कमा पाते हैं. अगर मेहनत में थोड़ी भी कसर बाकी रह जाए तो मुनाफा होना तो दूर की बात है लागत निकालना भी मुश्किल ही हो जाता है. हालांकि, कुछ फसलें ऐसी भी होती हैं, जिनसे आपकी मेहनत बचेगी ही साथ अगर आप मोटा पैसा भी कमा सकते हैं. ऐसी ही एक खेती होती है आंवले की खेती.


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आंवले की खेती (Amla Farming) में आपको केवल एक बार आंवले के पौधे रोपने होंगे. इसके बाद जिंदगी भर उस फसल से फल मिलते रहेंगे. आंवले की खेती आपके लिए एक शानदार बिजनेस आइडिया (Business Idea) साबित होगी. आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि आंवले की खेती से कितना मुनाफा कमाया जा सकता है. 


आंवला है गुणों की खान
ये तो सभी जानते है कि आंवला विटामिन सी से लबरेज होता है, जो हमें बहुत से रोगों से बचा रहता है. स्कीन के लिए आवंला किसी अमृत से कम नहीं है. कहते हैं कि आंवला सौ मर्ज की एक दवा है, क्योंकि इसमें कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, विटामिन ए, विटामिन ई जैसे पोषक तत्व मौजूद हैं. छोटा सा आंवला भोजन पचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. 


आंवले का मुरब्बा, आचार, जैम, चटनी, सब्जी और जैली बनाने इस्तेमाल होता है. आंवला खाने से आंखों की रोशनी भी बढ़ती है. आंवले के सेवन से डायबिटीज को भी कंट्रोल किया जा सकता है. इससे सूजन संबंधी बीमारियों में लाभ मिलता है. इसके कारण आंवले की डिमांड बहुत ज्यादा रहती है. आप इसे एक बिजनेस के तौर पर लेंगे तो इसकी सप्लाई करके आप मोटा मुनाफा कमा सकते हैं.  


मौसम से नहीं होगा नुकसान
आंवला एक गर्म जलवायु का पौधा है, जिसके कारण इसे शुष्क प्रदेशों में इस पैदावार बढ़िया होती है. वहीं, बात करें आंवले की खेती के मामले आगे रहने की तो इसमें पहले नंबर पर है यूपी. इसके बाद मध्य प्रदेश और तमिलनाडु का नंबर आता है. आंवले के पौधों को गर्मियों में लू से और सर्दियों में पाले से कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. शुरुआत में केवल 2 से 3 साल के बीच आपको इन पौधे का खास ध्यान रखना होता है. एक बार पेड़ बन जाने के बाद आपको इस फसल की फिक्र करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि एक वयस्क आंवले का पेड़ 0-45 डिग्री के तापमान आसानी से झेल जाता है. 


ऐसे होती है इस औषधीय पौधे की खेती  
आंवले के पौधे रोपने से पहले किसान भाइयों को खेत में ढेर सारी गोबर की खाद या वर्मी कंपोस्ट डालनी चाहिए. पौधे रोपने के समय दो पौधों के बीच करीब 10-10 फुट की जगह छोड़नी चाहिए. सिंचाई की बात करें तो गर्मियों में 7-8 दिनों में एक बार सिंचाई करें, जबकि ठंड में 12-15 दिन में सिंचाई की जरूरत पडे़गी. 


उत्पादन लागत और मुनाफा 
आंवले के पौधे की उम्र करीब 4-5 साल होती ही ये फल देने लगते हैं. वहीं 8 से 9 साल बाद एक पेड़ हर साल औसतन 1 क्विंटल तक पैदावार देता है. थोक बाजार में आंवला औसतन 20-25 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकता है. इस हिसाब से एक पेड़ से साल भर में आप 2000-2500 रुपये की कमाई कर सकते हैं. अगर एक हेक्टेयर में आंवले की खेती करें तो उसमें करीब 200 पौधे लगते हैं. इस तरह आप एक साल में केवल 1 हेक्टेयर से 4 से 5 लाख रुपये कमा लेंगे. जबकि, आपको केवल एक बार इन पौधों को खरीदने पर ही बड़ा खर्च होगा.


आपको सिर्फ सिंचाई, रख-रखाव, कीटनाशक, हार्वेस्टिंग आदि पर खर्च करना होगा. बेहतर रख-रखाव पर एक-एक आंवले का पेड़ 55-60 साल तक पैदावार दे सकता है. इस तरह पूरी जिंदगी आंवले की फसल से आप बैठे-बैठे शानदार मुनाफा कमा सकते हैं. इसके अलावा आप इसका अचार, मुरब्बा बनाकर भी बेच सकते हैं. आंवले से बनी हुई चीजों की डिमांड सालभर होती है.