Coal India Share Price: कोल इंडिया के शेयरों (Coal india share) की बिक्री को खुदरा और संस्थागत दोनों निवेशकों से भरपूर समर्थन मिला है और सरकार को इससे 4,000 करोड़ रुपये से अधिक मिलने की उम्मीद है. दो दिन की इस बिक्री पेशकश (OFS) में सरकार ने कोल इंडिया में अपने 18.48 करोड़ शेयर यानी तीन प्रतिशत हिस्सेदारी 225 रुपये के न्यूनतम मूल्य पर बेची. न्यूनतम मूल्य पर हिस्सेदारी बेचने से सरकारी खजाने में 4,000 करोड़ रुपये आएंगे.


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2.5 करोड़ शेयरों के लिए लगाई बोली
खुदरा निवेशकों ने शुक्रवार को कोल इंडिया के 2.58 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई. इस दौरान संस्थागत बोलीदाताओं ने 5.12 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई. संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को कोल इंडिया के 28.76 करोड़ शेयरों के लिए बोली लगाई थी.


कितनी है कोल इंडिया में हिस्सेदारी?
इस ओएफएस के साथ चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र के किसी उपक्रम में सरकार ने पहली हिस्सेदारी बेची है. कोल इंडिया में फिलहाल सरकार की 66.13 फीसदी हिस्सेदारी है.


आज तेजी के साथ बंद हुआ है कोल इंडिया
कोल इंडिया के शेयरों में आज तेजी देखने को मिली है. आज की तेजी के बाद में कंपनी का स्टॉक 230.60 रुपये के लेवल पर क्लोज हुआ है. इसके अलावा YTD समय में शेयर में सिर्फ 2.60 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. वहीं, पिछले एक साल में शेयरों में 17.06 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. इस शेयर ने निवेशकों को पिछले एक साल में कुछ खास रिटर्न नहीं दिया है. 


CIL का बढ़ा उत्पादन
सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) का उत्पादन सालाना आधार पर मई में 9.5 प्रतिशत बढ़कर रिकॉर्ड छह करोड़ टन रहा. सीआईएल ने शेयर बाजार को बताया कि उसने अपनी अनुषंगी कंपनियों के साथ मिलकर मई, 2022 में 5.47 करोड़ टन कोयला उत्पादन किया था.


बयान के मुताबिक, सीआईएल का मई, 2023 का उत्पादन सालाना आधार पर 9.5 प्रतिशत या 52 लाख टन वृद्धि के साथ छह करोड़ टन रहा. मई में आम तौर पर कोयला उत्पादन चार करोड़ से 4.8 करोड़ टन के बीच रहता है. इस तथ्य को देखते हुए मई, 2023 में यह वृद्धि बहुत महत्वपूर्ण है. सभी अनुषंगी कंपनियों ने भी वृद्धि दर्ज की.