Foreign exchange reserves: लगातार 2 हफ्ते की गिरावट के बाद में अब देश का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserve) बढ़ गया है. रिजर्व बैंक ने इस बारे में जानकारी दी है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार एक सितंबर को समाप्त सप्ताह में 4.039 अरब बढ़कर 598.897 अरब डॉलर हो गया. भारतीय रिजर्व बैंक (reserve bank of india) ने बताया कि देश के खजाने में इस बार इजाफा हो गया है. वहीं, पिछले सप्ताह देश का कुल भंडार तीन करोड़ डॉलर घटकर 594.858 अरब डॉलर रह गया था. 


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645 अरब डॉलर है रिकॉर्ड लेवल 
अक्टूबर 2021 में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था. पिछले साल ग्लोबल घटनाक्रम की वजह से उत्पन्न दबावों के बीच केंद्रीय बैंक ने रुपये की विनिमय दर में गिरावट थामने के लिए इस पूंजी भंडार का उपयोग किया था जिससे विदेशी मुद्राभंडार प्रभावित हुआ.


RBI ने जारी किया आंकड़ा
रिजर्व बैंक के साप्ताहिक आंकड़ों के मुताबिक, एक सितंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.442 अरब डॉलर बढ़कर 530.691 अरब डॉलर हो गईं.


ग्लोबल करेंसी का कैसा रहा हाल?
डॉलर में अभिव्यक्त की जाने वाली विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं में आई घट-बढ़ के प्रभावों को भी शामिल किया जाता है.


गोल्ड रिजर्व में हुआ इजाफा
इसके अलावा गोल्ड रिजर्व का मूल्य 58.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 44.939 अरब डॉलर हो गया. 


SDR में हुआ इजाफा
आंकड़ों के मुताबिक, विशेष आहरण अधिकार (SDR) 10 लाख डॉलर बढ़कर 18.195 अरब डॉलर हो गया. समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास रखा देश का मुद्रा भंडार 1.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.073 अरब डॉलर हो गया.


क्या होता है विदेशी मुद्रा भंडार?
विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश के केंद्रीय बैंक की तरफ से रखी गई वह संपत्ति होती है, जिसका इस्तेमाल देनदारियों को पूरा करने के लिए किया जाता है. विदेशी मुद्रा भंडार में दूसरे देशों के केंद्रीय बैंकों की ओर से जारी की जाने वाली मुद्राओं को शामिल किया जाता है. इसमें न्ड, ट्रेजरी बिल, अन्य सरकारी प्रतिभूतियां, सोने के भंडार, विशेष आहरण अधिकार (SDR) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के पास जमा राशि को भी शामिल किया जाता है.


इनपुट - भाषा एजेंसी के साथ