American Stock Market: शेयर बाजार में लोग निवेश कर पैसा बनाने को आतुर रहते हैं. भारत की कई ऐसी बड़ी कंपनियां है, जिनके शेयर में निवेश कर लोग पैसा बनाने की कोशिश करत हैं. वहीं विदेशों में भी कई ऐसी बड़ी कंपनियां है, जिनको लोग जानते हैं और उनकी वैल्यू भी काफी ज्यादा है. ऐसी कंपनियों में भी भारतीय निवेशक निवेश करना चाहते हैं लेकिन उन्हें ये माध्यम नहीं पता है, जिनकी मदद से वो देश से बाहर की कंपनियों में भी निवेश कर सकें. यहां हम आपको बताने वाले हैं कि आप भारत में रहकर कैसे अमेरिकी स्टॉक मार्केट की कंपनियों में निवेश कर सकते हैं. आइए जानते हैं.


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Nasdaq में गिरावट


करीब एक साल से अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज Nasdaq में गिरावट देखने को मिल रही है. Nasdaq का 52 वीक हाई और ऑल टाइम हाई 16212.23 है. हालांकि एक साल की गिरावट के बाद से Nasdaq अब 11146 के स्तर पर आ चुका है. ऐसे में अमेरिकी कंपनियों में निवेश का रुझान भी भारतीय लोगों में देखने को मिल रहा है. अमेरिकी कंपनियों में अगर निवेश करना है तो इसके कई माध्यम है.


Direct Investments
यूएस के शेयर मार्केट में लिस्ट कंपनियों में निवेश करने का सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला तरीका एक विदेशी ट्रेडिंग खाता खोलना है. ऐसा खाता सीधे किसी विदेशी ब्रोकर (जैसे कि चार्ल्स श्वाब इंटरनेशनल अकाउंट, इंटरएक्टिव ब्रोकर्स, टीडी अमेरिट्रेड, आदि) या किसी भारतीय ब्रोकर (जैसे एक्सिस सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आदि) के साथ खोला जा सकता है. इन भारतीय ब्रोकर की विदेशी ब्रोकर के साथ साझेदारी है.


Indirect Investment
वहीं एक निवेशक के पास म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के माध्यम से अमेरिकी शेयर बाजार में अप्रत्यक्ष रूप से पैसा लगाने का विकल्प होता है, जिसमें वह एक भारतीय फंड में निवेश करने का विकल्प चुन सकता है, जो विदेशी शेयरों या अंतर्राष्ट्रीय यूएस फंड में निवेश कर सकता है जो सीधे अमेरिकी बाजारों में निवेश करते हैं. ये विकल्प एक ऐसे निवेशक की सहायता करते हैं जिसके पास तकनीकी समझ और संसाधनों की कमी होती है ताकि वह अमेरिकी शेयर बाजारों में सीधे निवेश कर सके,


नए जमाने के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म
एंजेल ब्रोकिंग, जेरोधा, अपस्टॉक्स, वेस्टेड फाइनेंस, GROWW, Indmoney, Webull आदि स्टार्टअप ने अपने मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च करके ट्रेडिंग को निवेशक की उंगलियों तक पहुंचा दिया है. इन नेक्स्ट-जेनरेशन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने निवेशकों को कम प्रक्रियात्मक औपचारिकताओं के साथ अमेरिकी शेयरों में निवेश करने में सक्षम बनाया है. इनमें से कुछ केवल विदेशी शेयरों वाले भारतीय ईटीएफ तक पहुंच की अनुमति देते हैं और कुछ प्लेटफॉर्म निवेशकों को आंशिक शेयरों में निवेश करने की सुविधा भी प्रदान करते हैं. हालांकि, एक निवेशक को इन प्लेटफार्मों द्वारा निर्धारित नियमों और शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए.


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