FD Interest Rate: पैसा हर किसी को चाहिए. इनकम (Income) से की गई बचत को इंवेस्ट कर उस पर भी लोग अच्छा रिटर्न कमाना चाहते हैं. ऐसे में अपने पैसे को इंवेस्ट करने के लिए कई सारे ऑप्शन मौजूद है. इन्हीं में FD भारत में सबसे लोकप्रिय निवेश विकल्पों में से एक है. कई लोग फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को सबसे अच्छा निवेश विकल्प मानते हैं और अपनी बचत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा इसमें निवेश करते हैं. बिना जोखिम के रिटर्न हासिल करने में FD भी शामिल है.


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Fix Interest Rate
फिक्स्ड डिपॉजिट एक प्रकार का डिपॉजिट है जिसमें एक निश्चित अवधि के लिए पैसा लॉक रहता है. हालांकि, FD का कार्यकाल उस व्यक्ति के जरिए तय किया जाता है जो अपने फंड का निवेश करता है. यह कार्यकाल कुछ दिनों से लेकर कई वर्षों तक भी हो सकता है. इन फंडों में लॉकिंग के बदले में, फिक्स्ड डिपॉजिट जमाकर्ता को निश्चित ब्याज दर का भुगतान करते हैं.


कई हैं फायदे


सभी बैंक अलग-अलग दरों पर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) ऑफर करते हैं. FD खोलना बेहद सरल है और इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से खोला जा सकता है. यह समझने के लिए कि FD में निवेश करना सबसे अच्छा विकल्प है, हमें FD Account के फायदों को जानने की जरूरत है.


FD Benefits--


रिटर्न की सुनिश्चित दर:
लोग फिक्स्ड डिपॉजिट में अपने फंड का निवेश क्यों करना पसंद करते हैं इसका प्रमुख कारण रिटर्न की सुनिश्चित दर है. एक बार जब आप अपने धन को FD खाते में निवेश कर देते हैं, तो आपको रिटर्न की फिक्स रेट हासिल करने की गारंटी दी जा सकती है. बैंक अपनी वेबसाइट और बैंक शाखाओं में FD की ब्याज दर प्रकाशित करते हैं जिससे ग्राहक के लिए यह पता लगाना आसान हो जाता है कि उसे कितना रिटर्न मिलेगा. बैंकों के पास अपनी वेबसाइटों पर Fixed Deposit Interest Calculator भी है जहां एक ग्राहक किसी विशेष अवधि के लिए किसी विशेष राशि का निवेश करने पर मिलने वाले ब्याज की गणना कर सकता है.


ब्याज के लिए टैक्स सीमा:
बैंकों को किसी भी ब्याज पर तब तक कर कटौती करने के लिए बाध्य नहीं किया जाता है जब तक कि यह 10000 रुपये को पार न कर दे. इसका मतलब यह है कि जब तक ग्राहक के जरिए अलग-अलग फिक्स्ड डिपॉजिट पर अर्जित कुल ब्याज 10,000 रुपये से ज्यादा नहीं है तो बैंक कोई कर नहीं काटेगा.


लचीला कार्यकाल:
FD का कार्यकाल लचीला होता है और यह पैसा जमा करने वाले शख्स पर निर्भर करता है. प्रत्येक बैंक के अपने मिनिमम टेन्योर के नियम होते हैं. हालांकि, अंतिम निर्णय पैसा जमा करने वाले के जरिए लिया जा सकता है. यह तय करना भी संभव है कि फिक्स्ड डिपॉजिट को रिडीम करना है या समान अवधि के लिए इसे बढ़ाना है.


समय से पहले बंद करना:
फिक्स्ड डिपॉजिट को लिक्विडेट करना अपेक्षाकृत आसान है. ऑनलाइन बुक किए गए एफडी के लिए उन्हें नेट बैंकिंग के माध्यम से भी ऑनलाइन निकाला जा सकता है या अधिकांश बैंक शाखाओं में एफडी को बंद करने के लिए एक फॉर्म होता है.


FD पर लोन:
वित्तीय आपात स्थिति के मामले में एफडी एक भरोसेमंद माध्यम है. FD पर लोन लेना काफी आसान है. आप बैंक से FD की राशि पर लोन ले सकते हैं.


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