Nirmala Sitharaman: आरबीआई की ओर से हाल ही में 2000 रुपये के नोटों को वापस लेने का ऐलान किया गया था. इसके साथ ही लोगों को चार महीने का वक्त भी दिया गया है. इन चार महीनों में लोग बैंक में जाकर या तो 2000 रुपये के नोटों को बदलवा सकते हैं या फिर बैंक खाते में जमा करवा सकते हैं. इस बीच कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने 2000 रुपये के नोटों पर बयान दिया है, जिसकी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आलोचना की है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

2000 रुपये का नोट
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दो हजार रुपये के नोटों को वापस लेने पर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बयान की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि इस तरह के मामलों में पूर्व वित्त मंत्री को दोष लगाना अच्छा नहीं लगता. इससे पहले चिदंबरम ने कहा था कि दो हजार रुपये का नोट जारी करने और बाद में इसे वापस लेने से भारतीय मुद्रा की अखंडता और स्थिरता पर संदेह पैदा हुआ है.


प्रमुख आर्थिक संकेतक
उन्होंने यह भी कहा कि प्रमुख आर्थिक संकेतक नीचे की ओर इशारा कर रहे हैं और इस बात का भरोसा कम है कि अर्थव्यवस्था उच्च वृद्धि के रास्ते पर पहुंच जाएगी. बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में 2000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी और लोगों से इसे 30 सितंबर तक बैंकों में जमा करने या बदलने के लिए कहा.


चिदंबरम
चिदंबरम की टिप्पणियों के बारे में पूछने पर सीतारमण ने कहा, ‘‘इस प्रकार के मामलों में मुद्रा, केंद्रीय बैंक के फैसले पर संदेह करना पूर्व वित्त मंत्री के लिए अच्छा नहीं है, जो इस मंत्रालय में रह चुके हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम सभी के लिए यह बेहतर होगा कि हम स्थिति को समझें और जिस कार्यालय में वह रह चुके हैं, उसके बारे में उचित टिप्पणी करें और राय देते समय हल्की बात न करें.’’ (इनपुट: भाषा)


जरूर पढ़ें:                                              


सिर्फ रजिस्ट्री कराने से नहीं बनते प्रॉपर्टी के मालिक, ये एक गलतफहमी अभी कर लें दूर NSE ने न‍िवेशकों को चेताया, यहां न‍िवेश करने वाले हो जाएंगे 'कंगाल'; आज ही न‍िकाल लें पैसा