Modi Government: देश को विकसित देशों की कतार में शामिल करने के लिए केंद्र की मोदी सरकार की ओर से कई पहल की जा रही है. साथ ही कई विकास से जुड़े कार्य भी किए जा रहे हैं. मोदी सरकार की ओर से देश के इंफ्रा सेक्टर पर भी काफी फोकस किया जा रहा है और उस दिशा में भी कई विकास से जुड़े कार्य किए जा रहे हैं. वहीं पीएम गतिशक्ति पहल का भी देश में काफी असर देखने को मिला है और हजारों किलोमीटर एक्सप्रेसवे की योजना बनाने में इसकी अहम भूमिका रही है. इसको लेकर अब ताजा जानकारी भी सामने आई है. आइए जानते हैं इसके बारे में...


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पीएम गतिशक्ति योजना की रही भूमिका


पीएम गतिशक्ति पहल ने लगभग 7000 किलोमीटर एक्सप्रेसवे की योजना बनाने में मुख्य भूमिका निभाई है. एक अधिकारी ने कहा कि पिछले दो वर्षों में इस पहल के तहत जीआईएस मैप के माध्यम से सर्वे में तेजी लाई जा रही है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने कहा कि नई रेलवे लाइन के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण (एफएलएस) में तेजी आई है.


विस्तृत सर्वे में मिली मदद


इस पहल से कई परियोजनाओं का एफएलएस हुआ है. इसके अंतर्गत 2022-23 में लगभग 400 परियोजनाओं का एफएलएस हुआ, जबकि इससे पिछले वर्ष में यह संख्या मात्र 57 थी. अधिकारी ने कहा कि इस मंच ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस पाइपलाइन के लिए विस्तृत सर्वे में भी मदद की है. जिससे काफी फायदा भी देखने को मिला है.


प्रक्रिया का समय घटा


साथ ही इस पहल के जरिए समय की भी बचत हुई है, जिसका लाभ भी देखने को मिला है. इसके माध्यम से यह प्रक्रिया छह-नौ महीने से घटकर सिर्फ कुछ घंटों की हो गई है. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पीएम गतिशक्ति पहल के दो साल पूरे होने पर ‘पीएम गतिशक्ति का सारसंग्रह’ जारी किया है. (इनपुट: भाषा)