Saving Money: जब आमदनी कम थी, तब भी जेब खाली थी और अब जब आमदनी बढ़ गई है तब भी जेब खाली है. हर मिडिल क्लास नौकरीपेशा लोगों की यही शिकायत रहती है. लोग कहते हैं कि उनकी सैलरी अच्छी है लेकिन वो बचत नहीं कर पाते हैं क्योंकि उनके खर्च काफी ज्यादा है. दरअसल, कई लोग खर्च और फिजूल खर्च में अंतर नहीं कर पाते हैं. ऐसे लोग ज्यादा सैलरी होने के बावजूद बचत नहीं कर पाते हैं और महीने के आखिर में ठन ठन गोपाल हो जाते हैं.


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फिजूल खर्च बढ़े
बदलती लाइफस्टाइल के कारण लोगों के फिजूल खर्च भी बढ़ रहे हैं. ऐसे में समय रहते अगर इन फिजूल खर्च पर काबू नहीं किया गया तो भविष्य में काफी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ सकता है. यहां हम उन पांच फिजूल खर्च की आदतों के बारे में आपको बताने वाले हैं, जिन्हें अगर आप अपनी लाइफस्टाइल से हटा दें तो ज्यादा बचत की जा सकती है. आइए जानते हैं इन आदतों के बारे में...


बाहर खाना
अगर महीने के ज्यादातर दिन आप बाहर खाना खाने जाते हैं और रेस्टोरेंट का हजारों रुपयों का बिल पेमेंट करते हैं तो आपको इस आदत पर तुरंत लगाम लगाने की जरूरत है. बाहर खाना खाने जाने से काफी खर्च होता है. वहीं शहरों में ऑनलाइन खाना मंगाने का कल्चर काफी बढ़ गया है. ऑनलाइन फूड ऑर्डर करना सहूलियत देता है लेकिन इसका असर जेब पर भी पड़ता है. ऐसे में बाहर रेस्टोरेंट में खाना और ऑनलाइन फूड ऑर्डर को अवॉइड करें और इस फिजूल खर्च को रोकें.


शॉपिंग
अगर सैलरी आते ही आप कुछ भी फिजूल की शॉपिंग करते हैं तो इस पर भी लगाम लगाने की जरूरत है. हर महीने की गई इस तरह की फिजूल शॉपिंग में काफी सारा पैसा बर्बाद हो जाता है. कई बार तो लोग बस डिस्काउंट के चक्कर में ही ऐसा सामान खरीद लेते हैं जो एक-दो बार के इस्तेमाल के बाद उनके बिल्कुल भी काम का नहीं होता है. ऐसे में फिजूल की शॉपिंग की आदत पर रोक लगानी जरूरी है.


घूमना
लोगों को घूमना काफी पसंद होता है और लोग हर महीने कहीं न कहीं घूमने निकल जाते हैं. चाहे वो कोई छोटी ट्रिप हो या फिर कोई बड़ी ट्रिप हो... हर ट्रिप में खर्चा तो लगेगा ही. ऐसे में इस आदत के कारण भी लोगों की जेब पर काफी असर पड़ता है, जिसके कारण लोग बचत नहीं कर पाते हैं.


शराब
शराब की लत काफी बुरी होती है. शराब के कारण लोगों के हर महीने हजारों रुपये स्वाहा हो जाते हैं. ऐसे में इस आदत के कारण भी लोगों का फिजूल खर्च काफी होता है और जेब में पैसे नहीं बच पाते हैं. शराब के लिए एक झटके में ही लोगों की जेब से हजारों रुपये खर्च हो जाते हैं.


सिगरेट-गुटखा
सिगरेट, गुटखा, पान मसाला कुछ लोगों के लिए ये हर दिन के खर्चे बने हुए हैं. इन पर लोग हर दिन पानी का तरह पैसा बहा देते हैं. ये स्वास्थ्य के लिए तो हानिकारक है ही साथ ही आपकी जेब पर भी इसका बुरा असर पड़ता है. इन खर्चों के कारण भी बचत नहीं हो पाती है.


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