Sukanya Samriddhi Yojana: हम सभी अपने भविष्य के लेकर कई तरह की प्लानिंग करते हैं. इसमें सबसे पहले बुढ़ापे में कमाना न पड़े इसके लि इंतजाम किया जाता है, लेकिन ज्यादातर लोग बच्चों की फाइनेंशियल प्लानिंग के बारे में सोचते ही नहीं. खासकर बेटियों के मामले में लोगों का यही सोचना होता है कि पढ़ा-लिखा कर उनकी शादी कर देनी है. पहले की बात कुछ और हुआ करती थी, लेकिन आजकल शिक्षा हो या फिर शादी का खर्च, बहुत ज्यादा होता है.


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ऐसे में अगर आप समय से प्लानिंग नहीं करते तो दिक्कतें बढ़ जाती है, वहीं पहले से प्लानिंग की जाए तो कभी चिंता करने की जरूरत नहीं रहेगी. अगर आप भी अपनी बेटियों को सुरक्षित भविष्य देना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे बेस्ट ऑप्शन है सुकन्या समृद्धि योजना. आइए विस्तार से समझते हैं इस सरकारी स्कीम के बारे में...


क्यों है सुकन्या समृद्धि योजना बेस्ट?
सरकार ने देश की सभी बेटियों के लिए फाइनेंशियल सिक्योरिटी के मकसद से इस योजना को लॉन्च किया. यह योजना 18 साल तक की बेटियों के लिए है, पहले ये लिमिट 10 साल तक की बेटियों के लिए ही थी. हाल ही में सरकार ने इसे बदलकर 18 साल किया है. इस योजना में सालाना 7.6 फीसदी ब्‍याज मिल रहा था, जो बढ़कर 8 फीसदी कर दिया गया है. ब्याज की समीक्षा तिमाही आधार पर होती है. इनकम टैक्‍स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है. इसमें डिपॉजिट, इंटरेस्ट और मेच्‍योरिटी तीनों रकम टैक्‍स फ्री होती हैं. अ


योजना के तहत खाता खुलवाने का नियम
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत आप केवल दो बेटियों के नाम से ही यह खाता खुलवाया सकते हैं. वहीं, अगर दूसरे बच्चे के जन्‍म के समय किसी को जुड़वां बेटियां होती हैं तो इस स्थिति में तीसरा खाता भी खुलवा सकते हैं. यही नियम तीनों बेटियों के एक साथ पैदा होने पर लागू होगा. 


जानें कितना कर सकते हैं निवेश
सुकन्‍या समृद्धि खाते में आप शुरुआत में 250 रुपये और उसके बाद 100 रुपये के गुणकों में पैसे जमा करवा सकते हैं. इसमें खाता खुलवाने की तारीख से 14 साल बाद तक आप निवेश कर सकते हैं. फाइनेंशियल ईयर में एक बार न्‍यूनतम राशि जमा कराना जरूरी है, वरना अकाउंट डिएक्टिवेट हो जाएगा. हालांकि, 50 रुपये की पेनाल्‍टी देकर इसे फिर एक्टिवेट करा सकते हैं. 


कंपाउंड इंटरेस्ट का मिलेगा फायदा
इसमें मिलने वाला ब्‍याज सालाना क्रेडिट होगा, यानी पहले साल मिला ब्‍याज मूलधन में जुड़ जाएगा और अगले साल से ब्‍याज पर ब्याज यानी कंपाउंड इंटरेस्ट का फायदा मिलेगा. बच्‍ची के 18 साल की होने तक उसके अभिभावक ही अकाउंट को ऑपरेट करेंगे.


मेच्‍योरिटी पीरियड
अकाउंट का मेच्‍योरिटी पीरियड इस बात पर निर्भर करता है कि आपने बच्ची का अकाउंट किस उम्र में खुलवाया है. बच्‍ची के 18 वर्ष के होने पर आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है. यानी बच्‍ची के 18 वर्ष के होने पर 50 फीसदी तक राशि निकाली जा सकती है. दुर्भाग्‍यवश बच्‍ची की मृत्‍यु हो जाए तो जमा रकम पैरेंट्स को देकर अकाउंट क्लोज कर दिया जाएगा. 


यहां खुलवा सकते हैं अकाउंट
पूरे देश में पोस्‍ट ऑफिस या किसी भी बैंक में सुकन्‍या समृद्धि अकाउंट खुलवाया जा सकता है. इसके लिए बच्‍ची का बर्थ सर्टिफिकेट, आइडेंटिटी और रेजिडेंस प्रूफ देना होगा.