Sukanya Samriddhi Yojana: अगर आप अपनी बेटी के भविष्य की योजना बना रहे हैं तो सुकन्या समृद्धि योजना के तहत उसका अकाउंट खुलवाना चाहिए. बढ़ती महंगाई के इस दौर में बच्चों की शिक्षा और शादी पर खर्च बहुत ज्यादा होता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ऐसे में पहले से योजना बना ली जाए तो आगे के लिए फिक्र करने की जरूरत नहीं होती. अगर आप भी अपनी बेटी को सुरक्षित भविष्य देना चाहते हैं तो यह सरकारी योजना सबसे बढ़िया विकल्प है. इसमें शानदार ब्याज दर मिलती है. साथ ही टैक्स में छूट और रिटर्न भी टैक्स फ्री है.


जानें क्या है सुकन्या समृद्धि योजना
देश की बेटियों के लिए वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से यह योजना चलाई जा रही है. अभी इस योजना के तहत सालाना 8 फीसदी की दर से ब्‍याज दिया जा रहा है. ब्याज की समीक्षा तिमाही आधार पर होती है. इनकम टैक्‍स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है. इसमें डिपॉजिट, इंटरेस्ट और मेच्‍योरिटी रकम तीनों ही टैक्‍स फ्री होती हैं. अधिकतम 1.50 लाख रुपये के निवेश पर आप टैक्स छूट क्लेम कर सकते हैं.


योजना के तहत खाता खुलवाने का नियम
इस सरकारी स्कीम के तहत आप केवल दो बेटियों के लिए यह खाता खुलवाया सकते हैं. वहीं, अगर दूसरे बच्चे के जन्‍म के समय किसी को जुड़वां बेटियां होती हैं तो ऐसे में तीसरा अकाउंट भी खुलवा सकते हैं. यही नियम तीनों बेटियों के एक साथ पैदा होने पर लागू होगा. देश भर में किसी भी पोस्‍ट ऑफिस या बैंक में सुकन्‍या समृद्धि अकाउंट खुलवाया जा सकता है. इसके लिए बच्‍ची का बर्थ सर्टिफिकेट और रेजिडेंस प्रूफ देना होता है. 


केवल इतने रुपये से खुलवाएं खाता
सुकन्‍या समृद्धि खाते में आप शुरुआत में 250 रुपये और उसके बाद 100 रुपये के गुणकों में पैसे जमा करवा सकते हैं. इसमें 15 साल बाद तक आप निवेश कर सकते हैं. फाइनेंशियल ईयर में एक बार न्‍यूनतम राशि जमा कराना जरूरी है, नहीं तो खाता डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा.


आंशिक निकासी की सुविधा
इस योजना के तहत निवेशक को कंपाउंड इंटरेस्ट का फायदा मिलेगा. बच्‍ची के 18 साल की होने तक उसके पैरेंट्स ही अकाउंट को ऑपरेट करेंगे. बच्‍ची के 18 वर्ष के होने पर आंशिक निकासी की सुविधा मिलती है. यानी बच्‍ची के 18 वर्ष के होने पर 50 फीसदी तक राशि निकाली जा सकती है. बेटी की मृत्‍यु हो जाए तो ब्याज समेत पूरी रकम माता-पिता को देकर खाता बंद कर दिया जाएगा.