Panipuri Kiosk: बेंगलुरु में गोलगप्पे की ऑटोमेटिक वेंडिंग मशीन इन दिनों चर्चा में है. सोशल मीडिया पर यह मशीन धूम मचा रही है. हाल ही में एक यूजर ने इंस्टाग्राम पर इसकी तस्वीर शेयर की है. हालांकि बेंगलुरु में इस तरह की वेंडिंग मशीनें और स्टॉल असामान्य नहीं हैं, लेकिन इस स्टॉल के नाम ने लोगों का ध्यान खींचा है.


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कई फ्लेवर वाले पानी


"WTF - What The Flavours" नाम के इस स्टॉल में एक वेंडिंग मशीन है जिसमें कई फ्लेवर वाले पानी के नल लगे हैं. यूजर का कहना है कि ये मशीन स्वच्छता और पसंद का फ्लेवर चुनने की सुविधा देती है. यूजर ने लिखा है कि "HSR 2050 में रह रहा है."



ऑटोमैटिक मशीनों पर शंका


कुछ लोगों को इस तरह की ऑटोमैटिक मशीनों पर शंका है. एक यूजर ने पूछा, "तो जो पानी पूरी का पानी बच जाता है, क्या उसे दोबारा इस्तेमाल किया जाता है या फेंक दिया जाता है?" वहीं दूसरे यूजर ने कहा, "बहुत ज्यादा मशीन जैसा लग रहा है, मेरी राय में ज़्यादा लुभावना नहीं है. अगर अच्छा डिज़ाइन किया जाए तो बेहतर हो सकता है."


लोग कर रहे कमेंट


प्रदीप नाम के एक अन्य यूजर ने कहा, "बिननीपेट के ईटीए मॉल में तो कम से कम पांच साल पहले ही ऑटोमैटिक पनी पूरी वेंडिंग मशीन थी. मुझे नहीं पता कि ये अभी तक इतना ज्यादा लोकप्रिय क्यों नहीं हुआ. चूंकि अब इसे 'एचएसआर का आविष्कार' माना जा रहा है, तो इसे और जगहों पर भी लगाया जा सकता है."



स्ट्रीट फूड पर उठ रहे सवाल


हाल ही में कर्नाटक में स्ट्रीट फूड, खासकर पानी पूरी को लेकर स्वच्छता को लेकर काफी सवाल उठे थे. खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा कराए गए सैंपल जांच में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए थे. 260 सैंपल में से 41 में कृत्रिम रंग और कैंसर पैदा करने वाले कार्सिनोजेनिक तत्व पाए गए थे. बाकी 18 सैंपल खाने के लायक नहीं थे. इन नतीजों ने शहरों में खूब खाए जाने वाले स्ट्रीट फूड की गुणवत्ता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.