शराब बंदी वाले बिहार में पहुंचा ढाई करोड़ का शराबी भैंसा, सुबह-शाम चाहिए बीयर, अब चाट रहा घुटने और खूंटा
बिहार के सोनपुर में लगे पशु मेले में हरियाणा से एक ऐसा भैंसा पहुंच गया जिसके लिए राज्य की शराबबंदी मुसीबत बन गई है. सुबह-सुबह शाम बीयर पीने वाले इस भैंसे को बिहार में 6 दिन हो गए हैं लेकिन एक बूंद भी इसको बीयर नहीं मिल पा रही है.
Bihar: चार बोतल वोदका, काम मेरा रोज का, ना कोई मुझको रोके, ना किसी ने रोका. अगर ये गाना कोई भैंसा गाए तो कैसा लगेगा? अब आप कहेंगे कि भैंसा कैसे गा सकता है तो आपकी बात सही बात है. इसलिए आज हम आपको गाने वाले भैंसे से नहीं बल्कि बीयर पीने वाले भैंसे से मिलवाएंगे, जो शराबबंदी वाले बिहार में जाकर फंस गया है. आपने करोड़ों रुपये की कीमत वाले भैंसों के बारे में तो सुना होगा लेकिन बिहार के सोनपुर मेले में दो करोड़ रुपये की कीमत का भैंसा लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. हालांकि उसे देखने वालों की भीड़ करोड़ों की कीमत से ज्यादा भैंसे के शराबी होने की वजह से हैरान है.
दो घूंट पिला दे साकिया, बाकी मेरे पर रोल दे. बिहार के सोनपुर पशु मेले में हरियाणा से आये इस भैंसे के दिमाग में बस यही लाइनें चल रही हैं. क्योंकि इस भैंसे का सिर्फ नाम ही राजा नहीं है बल्कि इसके शौक भी राजाओं वाले हैं. इसकी चमकदार स्किन और शक्तिशाली बॉडी अब ढल रही है, क्योंकि बिहार में वो शराबबंदी का शिकार हो गया है. ये भैंसा बीयर की एक बूंद पीने के लिए तरस रहा है. बीयर ना मिलने की वजह से एकदम सुस्त पड़ गया है. यह भैंसा मुर्रा नस्ल का बताया जा रहा है. जिसकी कीमत 2 करोड़ 5 लाख है. ये भैंसा खाने में सेब, दाल, गेंहू, फ्रूट और ताजगी बनाए रखने के लिए इसको बीयर की जरूरत होती है.
लेकिन इसके लिए परेशानी उसका राज्य बिहार गया है. जहां शराब बंदी है. बीयर की एक बूंद के लिए तरस रहा है, बीयर की याद में आंखें लाल हो चुकी हैं, किसी चीज में मन ही नहीं लग रहा बस चखना खाकर ही काम चला रहा है. ये भैंसा बीयर की तलब में कभी अपना खूंटा चूस रहा है तो कभी अपने खुर चाट रहा है. बिलकुल वैसे ही तड़प रहा है जैसे बिन जल मछली. एक स्थानीय इसको लेकर बात करते हुए कहा कि भैसे को बीयर नहीं मिल रही. इसकी जिम्मेदारी सरकार की बनती है. डाइट में एड करनी चाहिए और डीएम को बीयर देनी चाहिए.
एक जानकारी के मुताबिक राजा यानी इस भैसे को बिहार में 6 दिन हो गए हैं और इन दिनों में उसे एक भी बूंद बीयर की नहीं मिली है. जबकि वो दिन में दो बीयर पीता था. राजा को एक बीयर सुबह और एक शाम को चाहिए होती है. भैंसे का मालिक उसे बिहार ले जाने पर ही पछता रहा है, क्योंकि ना तो उसके राजा को बीयर मिल रही है और ना ही उसका कोई खरीदार.