Online Scam: कैशलेस पेमेंट ने ज़रूर चीजों को आसान बना दिया है, लेकिन आजकल ऑनलाइन धोखाधड़ी भी बहुत बढ़ गई हैं. ये धोखेबाज कभी-कभी लोगों को फंसाने के लिए अजीबोगरीब जाल बिछाते हैं. बेंगलुरु की एक बुजुर्ग महिला ₹77,000 की धोखाधड़ी का शिकार हो गई. 65 साल की इस महिला को एक ठग ने अपने जाल में फंसा लिया और उनसे उनके डिजिटल पेमेंट ऐप पर यूपीआई पिन दर्ज करवा लिया. टीओआई के अनुसार, कस्तूरबा नगर की रहने वाली ये महिला अक्सर ऑनलाइन किराना स्टोर से दूध मंगवाती थीं. लेकिन 18 मार्च को उन्हें पता चला कि दूध खराब हो चुका है, तो उन्होंने दूध को वापस करने का फैसला किया.


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कस्टमर सर्विस को किया कॉल तो हुई धोखाधड़ी का शिकार


बुजुर्ग महिला ने ऑनलाइन उस किराना स्टोर का कस्टमर सर्विस नंबर ढूंढकर कॉल किया. फोन उठाने वाले शख्स ने खुद को स्टोर के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का एग्जीक्यूटिव बताया. उस आदमी ने महिला को भरोसा दिलाया कि उन्हें खराब दूध वापस नहीं करना है और अगर वो कुछ निर्देशों को मानें तो उनके पैसे वापस आ जाएंगे. महिला को वॉट्सऐप पर एक मैसेज आया जिसमें यूपीआई आईडी नंबर 081958 लिखा था. फिर धोखेबाज़ ने उन्हें फोनपे ऐप पर ‘पैसे ट्रांसफर करें’ (paise transfer karein) का ऑप्शन चुनने और फिर ‘टू बैंक/यूपीआई आईडी’ (too bank/UPI ID) वाले लिंक को क्लिक करने के लिए कहा.


धोखेबाजी से बैंक अकाउंट से निकाले पैसे


सम्मझ न पाते हुए महिला ने उन निर्देशों को माना और लिंक को दबाया. लिंक दबाने के बाद एक स्क्रीन खुल गई. उस स्क्रीन पर धोखेबाज़ ने महिला को वॉट्सऐप पर मिले नंबर को डालने और यूपीआई आईडी चुनने के लिए दबाव बनाया. फोन नंबर के आखिरी पांच अंक डालने के बाद महिला को बताया गया कि ‘Pay’ वाले ऑप्शन को चुनें और यूपीआई आईडी डालें ताकि उनके पैसे वापस आ जाएं. लेकिन जैसे ही महिला ने वो नंबर डाला, धोखेबाज ने उनके खाते से पैसे निकाल लिए और बातचीत खत्म कर दी. दुर्भाग्य से, महिला को उस वक्त तक समझ आ गया कि उन्हें धोखा दिया गया है, जब उनके पैसे खाते से निकल चुके थे.


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पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज


इसके बाद उन्होंने सीधे अपने इलाके के पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मीडिया को बताया, "हमने इस मामले को सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत दर्ज कर लिया है और धोखेबाज के खाते से रकम फ्रीज करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं."