नदी में मिली डॉल्फिन की डेढ़ करोड़ साल पुरानी हड्डियां, वैज्ञानिकों ने देखा तो उड़ गए होश
Dolphin In Peru: भारत की गंगा नदी में हम अक्सर डॉल्फिन फिश को देखते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों ने एक हैरान कर देने वाली खोज की है. पेरू देश में एक नदी में वैज्ञानिकों को डेढ़ करोड़ साल पुरानी डॉल्फिन के अवशेष मिले.
Dolphin Fossil: भारत की गंगा नदी में हम अक्सर डॉल्फिन फिश को देखते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों ने एक हैरान कर देने वाली खोज की है. पेरू देश में एक नदी में वैज्ञानिकों को डेढ़ करोड़ साल पुरानी डॉल्फिन के अवशेष मिले. वैज्ञानिकों ने बुधवार को पेरू में मिली 1.6 करोड़ साल पुरानी नदी डॉल्फिन की खोपड़ी को दिखाया. इस खोपड़ी को देखने के बाद लोगों के होश फाख्ता हो गए, क्योंकि यह बेहद ही पुरानी हड्डियां है. वैज्ञानिकों का दावा है कि यह डॉल्फिन कभी उन इलाकों में रहती थी जो आज अमेजन नदी बन चुकी हैं. इसकी सबसे करीबी रिश्तेदार दक्षिण एशियाई नदी डॉल्फिन है, जो भारत की गंगा नदी में पाई जाती हैं.
पेरु में 1.6 करोड़ साल पुरानी डॉल्फिन की खोपड़ी
एक जीवाश्म विज्ञानी को पेरु में 1.6 करोड़ साल पुरानी डॉल्फिन की खोपड़ी मिली. यह डॉल्फिन दक्षिण अमेरिका के पानी में रहने वाली अब तक की सबसे बड़ी डॉल्फिन थी, जो 3 से 3.5 मीटर लंबी रही होगी. इसका नाम पेबानिस्ता याकुरुना रखा गया, जो पानी के देवता येकुरुना नामक पेरू की एक मिथक से जुड़ा है. वैज्ञानिक का कहना है कि यह डॉल्फिन, भारत की गंगा नदी में पाए जाने वाली डॉल्फिन की रिश्तेदार है, लेकिन पेरु में मिली डॉल्फिन अपने एशियाई रिश्तेदारों से बहुत बड़ी थी.
डॉल्फिनों के पूर्वज पहले महासागर में रहते थे
वैज्ञानिकों के मुताबिक, इन दोनों डॉल्फिनों के पूर्वज पहले महासागर में रहते थे. इस वजह से वो भारत और दक्षिण अमेरिका के समुद्र तटों के पास बड़े इलाकों में घूमते थे. ये जीव मीठे पानी में रहते थे, चाहे वो अमेजन हो या गंगा. दुर्भाग्य से, अमेजन में ये खत्म हो गईं, लेकिन भारत में आज भी पाई जाती हैं. ये रिसर्च "साइंस एडवांस" नाम की पत्रिका में छपी है. वैज्ञानिकों को ये जीवाश्म 2018 में नेशनल ज्योग्राफिक सोसाइटी की मदद से ना पो नदी में खुदाई के दौरान मिला था.