Smartphone Screen: क्या आप अपने मोबाइल फोन के आदी हैं? दुनिया का अधिकांश भाग ऐसा ही है. डिजिटल जमाने में जहां हममें से कई लोग अपना ज्यादातर टाइम स्क्रीन के सामने बिताते हैं और स्मार्टफोन से ही चिपके रहते हैं, वहीं मंजू गुप्ता नाम की एक महिला एक बेहतरीन आइडिया के साथ सॉल्यूशन लेकर आई है. महिला ने अपने परिवार को स्मार्टफोन की स्क्रीन से दूर रखने का एक सही तरीका ढूंढ निकाला है. मंजू गुप्ता ने फोन के यूज पर एक 'नो-फोन-यूज समझौता' बनाया और परिवार के हर सदस्य को इस पर सिग्नेचर करने के लिए कहा. क्या यह आइडिया बिल्कुल अनोखा है? लेकिन कहानी अभी यहीं खत्म नहीं होती.


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शर्त नहीं मानी तो ऑर्डर नहीं कर सकेंगे खाना


मंजू ने समझौते में एक शर्त यह भी बनाई कि जो कोई भी तीन नियमों का पालन नहीं करेगा, उसे एक या दो दिन नहीं बल्कि पूरे महीने के लिए स्विगी या जोमैटो जैसे फूड ऐप से ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने से रोक दिया जाएगा. ऐसा लगता है कि यह परिवार खाने का बहुत बड़ा शौकीन है. मंजू गुप्ता की भतीजी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एग्रीमेंट की एक तस्वीर शेयर की और लिखा, “मेरी मासी ने घर में सभी से इस समझौते पर हस्ताक्षर करवाए.” एक रोने वाले इमोजी भी साथ में लगाया. इंटरनेट यूजर्स इस समझौते को गैर-न्यायिक स्टाम्प पेपर पर लिखा हुआ देखकर बड़े ही खुश हुए. फोन-यूज के इस समझौते में तीन नियम रखे गए थे.


फोन-यूज के समझौते में तीन नियम-


पहला- परिवार में हर किसी को सुबह उठते ही अपने फोन की बजाए सूरज की पूजा करनी चाहिए. 
दूसरा- सभी को डाइनिंग टेबल पर एक साथ खाना होगा. फैमिली डिनर के दौरान सभी फोन को डाइनिंग टेबल से 20 कदम दूर रखना होगा.
बाथरूम जाते समय हर कोई अपने फोन को बाहर रखेगा, ताकि इंस्टाग्राम रील्स देखने में समय बर्बाद न हो.


यह अनोखा और मजेदार तरीका है जिससे मंजू गुप्ता ने अपने परिवार को फोन के जुनून से दूर रखने की कोशिश की. इंटरनेट यूजर्स के हंसने का कारण समझ सकते हैं, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि यह एक दिलचस्प प्रयोग है.