₹4 की सैलरी, 18 घंटे का काम...पाव भाजी बेचकर सुरेश पुजारी बने 22 रेस्टोरेंट के मालिक
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₹4 की सैलरी, 18 घंटे का काम...पाव भाजी बेचकर सुरेश पुजारी बने 22 रेस्टोरेंट के मालिक

अगर आप मन में कुछ करने की ठान लें तो तमाम मुश्किलों, कठिनाईओं के बावजूद आप अपने मुकाम को हासिल कर ही लेते हैं. सुरेश पुजारी ने कभी सोचा नहीं था कि कर्नाटक के छोटे से गांव से निकलकर वो कभी 22 रेस्टोरेंट के मालिक बन सकेंगे.

sukh sagar success story

Sukh Sagar Success Story: अगर आप मन में कुछ करने की ठान लें तो तमाम मुश्किलों, कठिनाईओं के बावजूद आप अपने मुकाम को हासिल कर ही लेते हैं. सुरेश पुजारी ने कभी सोचा नहीं था कि कर्नाटक के छोटे से गांव से निकलकर वो कभी 22 रेस्टोरेंट के मालिक बन सकेंगे. परिवार की हालात ऐसी थी नहीं कि वो पढ़ाई जारी रख सके. बचपन में ही उन्हें काम शुरू करना पड़ा. 10 साल की उम्र में ही उन्होंने मजदूरी शुरू कर दी. गांव में ज्यादा विक्लप नहीं थे, इसलिए वो मुंबई आ गए. 

4 रुपये की सैलरी

मुंबई नया शहर था, न कोई जानने वाला, न कोई काम-धंधा, लेकिन सुरेश ने हार न मानने की ठान ली थी.  किसी तरह रेलवे स्टेशन के बगल में एक छोटे से ढाबे में उन्हें काम मिल गया. पूरा दिन वहां काम करने के बदले उन्हें महीने में 4 रुपये मिलते थे. 4 रुपये की तनख्वाह पर उन्होंने दो साल वहां काम किया. बाद में किसी जानने वाले ने उन्हें एक जूस की दुकान पर काम दिला दिया. सैलरी कुछ खास नहीं बढ़ी, लेकिन उन्होंने वहां काम की बारिकियां सीखीं. 

18 घंटे काम, रात को पढ़ाई

कुछ दिनों बाज ही उन्हें एक कैंटीन में काम मिल गया. सैलरी बढ़कर 6 रुपये हो गई. उन्होंने समझ लिया था कि बिना पढ़ाई के आगे बढ़ पाना मुश्किल है. दिन में 18-18 घंटे काम करने के बाद वो रात को स्कूल जाते थे.सुरेश पुजारी को पढ़ना पसंद था इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी. 9वीं तक की पढ़ाई के बाद वो आगे उसे जारी नहीं रख पाएं. थोड़े-बहुत पैसे बचाकर उन्होंने गिरगांव चौपाटी के पास एक छोटी सी पाव-भाजी की दुकान खोली. 

जार्ज फर्नाडिस बने दोस्त
स्वाद ऐसा था कि उनकी दुकान चल पड़ी. उस वक्त के ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष दिग्गज नेता जार्ज फर्नाडिस ने एक बार उनकी दुकान की पांव भाजी खाई. स्वाद इतना पसंद आया कि वो बार-बार वहां आने लगे. जार्ज फर्नाडिस और सुरेश पुजारी की दोस्ती हो गई. उनकी पाव-भाजी की दुकान अच्छी चलने लगी. धीरे-धीरे उन्होंने अपने बिजनेस को बढ़ाना शुरू किया. कुछ ही सालों में उनकी दुकान देश के कई हिस्सों में पहुंच गई. आज 'सुख-सागर' की भारत में 22 से अधिक रेस्टोरेंट ब्रांच है. 

22 रेस्टोरेंट के मालिक

आज सुख सागर की 22 से अधिक ब्रांच हैं. साउथ इंडियन, पाव भाजी, पंजाबी खाने के लिए उनका रेस्टोरेंट फेमस है. आईसक्रीम पार्लर, शॉपिंग मॉल और तीन-स्टार होटल के वो मालिक बन चुके हैं. भारत के अलावा सुख सागर रेस्टोरेंट मध्य पूर्वी देश में भी पहुंच चुका है. अमिताभ बच्चन समेत कई स्टार उनके रेस्टोरेंट में खाना खा चुके हैं. तमाम मुश्किलों के बावजूद सुरेश पुजारी ने सफलता हासिल कर ली.  

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