गे कपल ने अपने ही एडॉप्टेड बेटे संग की ऐसी घिनौनी हरकत, जज ने सुनाई 100 साल की सजा
Shocking News: एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां एक गे कपल को अपने ही गोद लिए हुए बच्चों के यौन शोषण के मामले में 100 साल की जेल की सजा सुनाई गई. दोनों आरोपियों ने न सिर्फ बच्चों का यौन शोषण किया बल्कि उसकी रिकॉर्डिंग भी की और
Gay Couple Sentenced 100 Years In Prison: अमेरिका के जॉर्जिया राज्य में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां एक गे कपल को अपने ही गोद लिए हुए बच्चों के यौन शोषण के मामले में 100 साल की जेल की सजा सुनाई गई. दोनों आरोपियों ने न सिर्फ बच्चों का यौन शोषण किया बल्कि उसकी रिकॉर्डिंग भी की और उसे अपने दोस्तों के साथ शेयर किया.
मामले की शुरुआत और जांच
यह मामला 2022 में शुरू हुआ जब वॉल्टन काउंटी के अधिकारियों को एक गूगल अकाउंट पर बच्चों के यौन शोषण से जुड़े कुछ सबूत मिले. जांच के दौरान पुलिस को हंटर लॉलेस नामक एक व्यक्ति का पता चला, जिसने बताया कि उसे यह चीजें जेंचरी जुलॉक नाम के व्यक्ति से मिली थी, जैसा कि न्यूयॉर्क पोस्ट ने रिपोर्ट किया है.
पुलिस की आगे की जांच में पता चला कि ज़ुलॉक विलियम डेल के साथ एक गे कपल के रूप में रह रहा था और उन्होंने दो बच्चों को गोद लिया था, जिनकी उम्र अब 10 और 12 साल है. डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी रैंडी मैकगिनली ने WSB-TV के साथ बातचीत में बताया, "इन दोनों आरोपियों ने वास्तव में एक डरावना घर बना दिया था और अपनी बेहद डार्क विशेज को हर चीज और हर किसी से ऊपर रखा."
उन्होंने आगे कहा, "आरोपियों की घटियापंती देखिए, उससे कहीं ज्यादा उन लोगों का दृढ़ संकल्प है जिन्होंने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और इस मामले में पीड़ितों की ताकत है. पिछले दो सालों में मैंने इन दो युवा पीड़ितों से जो दृढ़ संकल्प देखा है वह वास्तव में प्रेरणादायक है."
खुलासे और सबूत
पूछताछ के दौरान हंटर लॉलेस ने दावा किया कि ज़ैचरी ज़ुलॉक उसे स्नैपचैट पर बच्चों के साथ बलात्कार करने के बारे में बताता था. उसके एक टेक्स्ट मैसेज में लिखा था, "मैं आज रात अपने बेटे के साथ... करने जा रहा हूं. तैयार रहो." ज़ुलॉक ने रिकॉर्ड किए गए फुटेज भी साझा किए जिन्हें बाद में गूगल लिंक के माध्यम से वितरित किया गया.
गोद लेने की प्रक्रिया और आरोपियों का जीवन
रिपोर्ट के अनुसार, बच्चों को एक क्रिश्चियन स्पेशल-नीड्स एजेंसी से गोद लिया गया था. गे कपल अटलांटा के एक समृद्ध उपनगर में एक खुशहाल घर के बहाने बच्चों का पालन-पोषण कर रहा था. उनका जीवन दिखने में बिल्कुल सामान्य था. जैचरी ज़ुलॉक एक बैंक में काम करता था और उसका साथी विलियम डेल एक सरकारी कर्मचारी था.
बाल यौन शोषण रैकेट में भागीदारी
आरोप है कि दोनों ने सोशल मीडिया का उपयोग करके कम से कम दो अन्य लोगों के साथ बच्चों को स्थानीय बाल यौन शोषण रैकेट में भेजा. एक संदिग्ध रैकेट सदस्य द्वारा बाल पोर्न डाउनलोड करते हुए पाए जाने के बाद कपल का पता लगाया गया और उन्हें हिरासत में ले लिया गया. डेल और ज़ुलॉक दोनों को पैरोल की संभावना के बिना सौ साल की जेल की सजा सुनाई गई.