Indian Railway: भारतीय रेल दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क में गिना जाता है. भारत में करीब 13500 से ज्यादा यात्री गाड़ियां चलती हैं. यहां तक कि जब भी भारत-भ्रमण की बात आती है तो भारत की ट्रेनों का नाम प्रमुखता से लिया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक ट्रेन को बनाने में कितना खर्च आता है. आइए इस बारे में जान लेते हैं. असल में हाल ही में यह सवाल सोशल मीडिया पर तब खड़ा हुआ जब बालासोर दर्दनाक दुर्घटना के बाद पूरा देश दुखी हो गया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जनरल, स्लीपर और एसी के कोच 
बालासोर की इस दुर्घटना में जनहानि होने से पूरे देश का दिल झकझोर उठा. वहीं इस दुर्घटना में तीन ट्रेनें भी लगभग तबाह हो गईं. आइए जानते हैं कि एक कोच और एक इंजन के साथ-साथ ट्रेन के डिब्बों की कीमत क्या होती है. दरअसल, ट्रेनों में कई तरह के कोच होते हैं, जिनमें जनरल, स्लीपर और एसी के कोच शामिल हैं. इसके कोच भी कई तरह के होते हैं. यह चार तरह के होते हैं.


इंजन के दाम अलग
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेन के एक स्लीपर कोच को बनाने में 1.5 करोड़ रुपए की लागत आती है. वहीं जनरल कोच को बनाने में एक करोड़ खर्च हो जाते हैं. वहीं एसी कोच को बनाने में लगभग दो करोड़ रुपए की लागत लग जाती है. ऐसे में अगर कोई ट्रेन 24 कोच की है और एसी ट्रेन है तो उसकी लागत 48 करोड़ होगी. वहीं कोच के साथ ही इंजन के दाम अलग हैं.


सबसे आधुनिक ट्रेन, वंदे भारत की कीमत
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट ने रेलवे के आधिकारिक दस्तावेजों के हवाले से बताया है कि एक इंजन को बनाने में लगभग बीस करोड़ का खर्च आता है. इस प्रकार अगर किसी ट्रेन में 10 स्लीपर और 8 एसी के साथ दो जनरल कोच हैं तो उसकी लागत करीब पचास करोड़ के ऊपर बैठती है. इसी के साथ आपको यह भी बता दें कि भारत की सबसे आधुनिक ट्रेन वंदे भारत की कीमत 115 करोड़ रुपए से ऊपर बताई जाती है. इस प्रकार आप आंकड़ा लगा सकते हैं कि कोच के हिसाब से एक ट्रेन की कीमत कितनी होती है.