Flag Unfurl: लंदन यूनिवर्सिटी में भारतीय छात्र ने लहराया ऐसा झंडा, वीडियो सामने आया तो मचा बवाल!
Viral Video: इसका वीडियो खुद उस छात्र ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है. इसमें दिख रहा है कि वह जैसे ही स्टेज पर पहुंचता है वहां मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार करता है इसके बाद आगे बढ़ता है और अपने कमीज से झंडा निकालकर उसे लहराने लगता है.
Indian Student Unfurls Karnataka Flag: भारत के लोग जब विदेशों में जाकर परचम लहराते हैं तो अकसर ऐसा देखा जाता है कि उनके हाथ में तिरंगा झंडा होता है और वे उसे ही लहराते हुए दिखते हैं. हालांकि इसका ऐसा कोई नियम नहीं है लेकिन देश के प्रति अपनी भावना दिखाने के लिए वे ऐसा करते हैं. इसी कड़ी में हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया जहां एक लड़के ने अपनी डिग्री लेते समय लंदन यूनिवर्सिटी में तिरंगे की बजाय कोई और झंडा लहरा दिया.
छात्र ने फहराया कौन सा झंडा?
दरअसल, इस छात्र का नाम अधीश आर वली है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस लड़के ने लंदन की यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है. यह घटना उसके कॉलेज के ग्रेजुएशन डे की है. इस दौरान डिग्री दी जा रही थी और वह स्टेज पर यह सम्मान लेने पहुंचा था. इस दौरान उसने भारत का झंडा ना फहराकर एक ऐसा झंडा फहरा दिया जिसे उसने कर्नाटक का झंडा बताया है. उसका कहना है कि ऐसा उसने अपने गृह राज्य कर्नाटक को सम्मान देने के लिए किया और उसने यह झंडा फहरा दिया.
'उसके लिए गर्व का क्षण'
इस लड़के ने अपने ट्विटर पर इसे शेयर भी किया है. उसने कैप्शन में लिखा, 'मैंने लंदन की सिटी यूनिवर्सिटी के बायेस बिजनेस स्कूल से मैनेजमेंट में एमएस के साथ ग्रेजुएशन किया है. वह गर्व का क्षण रहा जब मैंने लंदन में आयोजित समारोह के दौरान कर्नाटक राज्य का झंडा फहराया.' उसके कहने का मतलब यह था कि समारोह में यह झंडा फहराना उसके लिए गर्व का क्षण था.
'उसे तिरंगा फहराना चाहिए'
असल में सोशल मीडिया पर जैसे ही वीडियो वायरल हुआ लोगों को यह पसंद नहीं आया. उसने यह झंडा फहराया जो लोगों को अच्छा नहीं लगा. लोगों का कहना है कि उसे तिरंगा फहराना चाहिए. हालांकि कई ऐसे लोग हैं जो उस लड़के का समर्थन भी कर रहे हैं. एक अन्य यूजर ने लिखा कि राज्य का नाम बढ़ाना ठीक है लेकिन विदेशों में राष्ट्रीय गौरव को वरीयता दी जानी चाहिए.
क्या हैं भारत में झंडे के नियम
बता दें कि सिर्फ जम्मू-कश्मीर को ही भारतीय संविधान में अलग झंडे का अधिकार मिला है. हालांकि 2017 में कर्नाटक ने अपना अलग झंडा बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी और राज्य सरकार ने अपने झंडे को मान्यता दी थी लेकिन केंद्र से इसे मान्यता नहीं मिल सकी थी, जिससे यह झंडा राज्य का संवैधानिक झंडा नहीं बन सका था. विशेषज्ञों का मानना है कि संविधान में राज्यों के लिए अलग झंडे की मनाही तो नहीं है लेकिन राज्यों के झंडे राष्ट्रीय ध्वज के सामने कम ऊंचाई पर फहराए जाने चाहिए.
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