गरीबी में आटा गीला... बिजली विभाग की गलती से भेजा 3.5 लाख का बिल, मच गई हाय-तौबा
Viral News: ये परिवार सिर्फ कूलर, फ्रिज और दो पंखे जैसी बुनियादी चीजें ही इस्तेमाल करता था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिजली विभाग के एक अधिकारी ने बाद में बताया कि ये बिल किसी तकनीकी खराबी के चलते आया था.
Kanpur Electricity Bill: गर्मी के मौसम में बिजली का बिल ज्यादा आना एक बड़ी समस्या बन जाती है. देश के कई इलाकों में लोगों को ज्यादा रकम का बिजली का बिल आने की शिकायतें मिल रही हैं. हाल ही में ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर से सामने आया है. वहां रहने वाले एक परिवार को हाल ही में करीब साढ़े 3 लाख रुपये का बिजली का बिल मिला, जिससे वो काफी परेशान हो गए. ये परिवार सिर्फ कूलर, फ्रिज और दो पंखे जैसी बुनियादी चीजें ही इस्तेमाल करता था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिजली विभाग के एक अधिकारी ने बाद में बताया कि ये बिल किसी तकनीकी खराबी के चलते आया था.
बिजली विभाग ने भेज दिया साढ़े 3 लाख का बिल
घर के मालिक चंद्रशेखर को पिछले कुछ महीनों से कोई बिल नहीं मिला था. हालांकि, जब वे आखिरकार स्थानीय बिजली ऑफिस गए, तो उन्हें चौंका देने वाला बिल अमाउंट मिला जिसे देखकर वह बेहद ही आश्चर्य हो गए. कानपुर बिजली आपूर्ति कंपनी (केस्को) के प्रवक्ता श्रीकांत रंगीला ने बताया कि बिजली विभाग को इस मुद्दे की जानकारी है और उन्होंने पुष्टि की कि बिलिंग सिस्टम में तकनीकी गड़बड़ी के कारण उच्च बिल आया था. उन्होंने यह भी गारंटी दी कि समस्या का समाधान किया जाएगा और उपभोक्ता को उच्च बिल का भुगतान नहीं करना पड़ेगा.
बिजली मीटरों में तकनीकी खराबी
रेंगिला ने बताया कि केस्को के सर्वर में किए गए बदलावों के कारण कुछ बिजली मीटरों में तकनीकी खराबी आ गई है, जिस वजह से सही डेटा दर्ज नहीं हो सका. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फूलबाग के संजय नगर में रहने वाले चंद्रशेखर अपनी बेटी और दामाद के साथ रहते हैं और उनकी मासिक कमाई सिर्फ 9000 रुपये है. उनके लिए इतनी बड़ी रकम का बिल चुकाना नामुमकिन था. जब उनके परिवार को 3.9 लाख रुपये का बिल मिला, तो उन्हें गलती को ठीक करने में काफी दिक्कत हुई क्योंकि अधिकारियों ने उनकी शिकायतों को नजरअंदाज कर दिया. उनका कहना था कि अगर वे अपना सारा सामान भी बेच देते हैं, तब भी वे बिल का भुगतान नहीं कर सकते, क्योंकि उनके पिछले बिल कभी भी 2000 रुपये से अधिक नहीं थे.