शादी में जाने से पहले ही खराब हुए वकील साब के जूते तो दुकानदार को भेजा लीगल नोटिस
Shocking: यूपी के फतेहपुर जिले में एक अजीब वाकया हुआ. एक आदमी ने जूतों की दुकान वाले को लीगल नोटिस भेजा, क्योंकि शादी में पहनने के लिए उसके दुकान से खरीदे जूते फट गए थे और वो अपने रिश्तेदार की शादी में नहीं जा सका.
Weird Incident: यूपी के फतेहपुर जिले में एक अजीब वाकया हुआ. एक आदमी ने जूतों की दुकान वाले को लीगल नोटिस भेजा, क्योंकि शादी में पहनने के लिए उसके दुकान से खरीदे जूते फट गए थे और वो अपने रिश्तेदार की शादी में नहीं जा सका. फतेहपुर के रहने वाले और पेशे से वकील ज्ञानेंद्र भान त्रिपाठी ने सलमान हुसैन को नोटिस भेजकर आर्थिक मुआवजा मांगा है. अपने नोटिस में, ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने दावा किया कि वह अपने बहनोई की शादी में शामिल नहीं हो सके क्योंकि वह हुसैन से जो जूते लाए थे वह एक सप्ताह भी नहीं चले और छह दिनों के भीतर फट गए.
जूते बेचने वाले सलमान को नोटिस
फतेहपुर के रहने वाले और पेशे से वकील ज्ञानेंद्र भान त्रिपाठी ने जूते बेचने वाले सलमान हुसैन को नोटिस भेजा है. उनका कहना है कि सलमान से जो जूते उन्होंने 21 नवंबर को खरीदे थे, वो छह महीने की वारंटी वाले अच्छे ब्रांड के बताए गए थे, लेकिन हफ्ते भर में ही फट गए. उनकी शिकायत है कि जूते फटने की वजह से वो अपने साले की शादी में नहीं जा पाए और अब वो सलमान से हर्जाने की मांग कर रहे हैं. ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने मीडिया से बात करते हुए आगे दावा किया कि जूतों के फटने से उन्हें इतना मानसिक परेशानी हुई कि इलाज के लिए कानपुर के एक निजी अस्पताल जाना पड़ा.
दुकानदार ने हर्जाना नहीं दिया उनके खिलाफ केस
19 जनवरी को, ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने हुसैन को एक कानूनी नोटिस भेजा, जिसमें जूतों के फटने की घटना के बाद हुए खर्चों का हर्जाना मांगा. उनका कहना है कि खराब जूतों से शुरू हुई परेशानियों के चलते उन्हें ये सब झेलना पड़ा. रिपोर्ट के मुताबिक, ज्ञानेंद्र त्रिपाठी ने इलाज पर खर्च हुए पैसे 0, रजिस्ट्री के ₹2100 और जूतों के ₹1200, यानी कुल ₹3,300 का हर्जाना हुसैन से मांगा है. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर दुकानदार उन्हें ये रकम नहीं देता है तो वो उनके खिलाफ केस भी कर देंगे. जवाब में, सलमान हुसैन ने माना कि त्रिपाठी ने उनसे जूते खरीदे थे, लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने जूतों के ब्रांड के बारे में झूठ बोला था.
हुसैन का कहना है कि त्रिपाठी ने जूते आधी कीमत पर खरीदे थे और वारंटी सिर्फ तलवे पर लागू होती थी, बाकी खराबियों पर नहीं. उनका कहना है, "वारंटी सिर्फ तलवे पर लागू होती है, बाकी नुकसान पर नहीं. तलवा भी ठीक है, तो त्रिपाठी के आरोप बेतुके हैं. वो मुझ पर दबाव डाल रहे हैं, जिससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है."