Success Story of Abhinav Sharma: कहते हैं कि मन में लगन हो और दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो इंसान मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति पर भी जीत हासिल कर सकता है. इस बात की जीती-जागती मिसाल हैं नोएडा के रहने वाले अभिनव शर्मा. वे पूरे एक साल तक कोमा में रहे. इसके बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और रिकवर होने के बाद फिर से पढ़ाई शुरू की. अभिनव ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा सिर्फ पास नहीं की बल्कि उन्होंने 92.4% नंबर भी पाए. उनके लिए फिर से पढ़ाई शुरू करना, सबकुछ समझना, याद करना, ये सब बिल्कुल भी आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. अभिनव की कहानी सुनकर आपको भी बहुत हौसला मिलेगा. 


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2018 में हुआ था कार्डिएक अरेस्ट


अभिनव शर्मा उत्तर प्रदेश के नोएडा के रहने वाले हैं और समरविले स्कूल में पढ़ते हैं. उनकी मां का नाम अनुपमा मिश्रा है जो एक डॉक्टर हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभिनव की मां ने बताया कि साल 2018 में एक दिन अचानक अभिनव को कार्डिएक अरेस्ट हुआ. इसकी वजह से उन्हें ब्रेन इंजरी भी हो गई और वे कोमा में चले गए. उस वक्त अभिनव 12वीं में पढ़ रहे थे.


एक साल तक कोमा में रहे अभिनव


अभिनव पूरे एक साल तक कोमा में रहे. कोमा से बाहर आने के बाद वे धीरे-धीरे रिकवर हुए. लेकिन वे 2019 के वक्त की कई सारी बातें भूल चुके थे. वो ये भी भूल गए थे की कोमा में जाने से पहले वे 11वीं की परीक्षा पास कर चुके थे और 12वीं में पढ़ रहे थे. यह अभिनव के लिए काफी मुश्किल था. फिर भी उन्होंने साल 2020 में दोबारा 11वीं में दाखिला लिया. 


शुरुआती समय था काफी मुश्किल भरा


शुरुआती 6 महीनों तक तो अभिनव को काफी समस्या हुई. उन्हें पढ़ाई आसानी से समझ में नहीं आती थी. सब्जेक्ट्स ठीक से समझ नहीं आते थे. पुराने दोस्त भी नहीं थे जिनका सपोर्ट मिलता. लेकिन अभिनव ने हार नहीं मानी. उन्होंने अपनी कोशिश जारी रखी और उन्होंने 11वीं की परीक्षा पास कर ली. इसके बाद 12वीं बोर्ड परीक्षा उनके सामने बड़ा चैलेंज थी. लेकिन अभिनव ने इसके लिए खूब मेहनत की और उसका नतीजा रहा कि उन्होंने 12वीं की बोर्ड परीक्षा 92.4% अंकों के साथ पास की. 


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