NASA Warning: नासा ने चेतावनी दी है कि एक 500 फुट लंबा विशालकाय एस्टॉरायड तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है और संभावित खतरा पैदा कर सकता है. अंतरिक्ष एजेंसी के विशेषज्ञ इसके रास्ते पर नजर रख रहे हैं. संभावित प्रभावों के बारे में चिंता व्यक्त कर रहे हैं और दुनिया भर में जागरूकता बढ़ा रहे हैं. ब्रह्मांड के शुरुआती दौर से बचे हुए एस्टॉरायड अपने गड्ढों के रूप में हमारी पृथ्वी की सतह पर हमेशा के लिए निशान छोड़ गए हैं. कुछ गड्ढे तो इतने बड़े हैं कि उन्हें अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है, जबकि कुछ इतने छोटे हैं कि उन्हें नजदीक से देखने पर ही पता चलता है.


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नासा ने दी इस एस्टॉरायड की वॉर्निंग


ये गड्ढे जमीन पर गहरे निशान हैं, जो हमें बताते हैं कि अंतरिक्ष में तूफान कैसे उठते थे. छोटे-छोटे एस्टॉरायड मानो ब्रह्मांड के कंकड़ हों. आसमान में तारे की तरह चमकते हुए गुजरते हैं और ज्यादातर जलकर राख हो जाते हैं. कभी-कभी कोई जबरदस्त पत्थर जमीन तक जरूर पहुंचता है, जिससे वो "उल्कापिंड" बन जाता है. नासा ने बताया है कि एक बहुत बड़ा एस्टॉरायड जो लगभग 50 मंजिला इमारत जैसा मोटा है, धरती की तरफ तेज़ी से बढ़ रहा है. उसे 2023 VD6 नाम दिया गया है. डरने की ज़रूरत नहीं है, अभी वो 40 लाख किलोमीटर दूर है, पर उसकी इस यात्रा पर नज़र रखी जा रही है.


आखिर कितना बड़ा है ये एस्टॉरायड


ये बड़ा एस्टॉरायड करीब 500 फुट है और एक तूफानी रफ्तार से पृथ्वी के पास से गुजर रहा है. उसकी रफ्तार इतनी ज़बरदस्त है कि वो एक घंटे में 55,680 किलोमीटर यानी 55 हजार किलोमीटर से ज्यादा की गति से रास्ता तय कर रही है. ये विशालकाय एस्टॉरायड सूरज के इर्द-गिर्द एक चक्कर पूरा करने में 1378 दिन लेता है. यह एस्टॉरायड 2023 दिसंबर में पृथ्वी के सबसे निकट 2.53 मिलियन मील की दूरी से गुजरने वाला है, जो कि अभी भी काफी दूरी है. 2023 VD6 की कक्षा में एक अपहेलियन है जो सूर्य से 610 मिलियन किलोमीटर दूर है और एक पेरीहेलियन है जो सूर्य से 115 मिलियन किलोमीटर दूर है. The-sky.org के अनुसार, एस्टॉरायड 2023 VD6 और पृथ्वी के बीच अगली नजदीकी मुठभेड़ 03 मई, 2039 को 9.83 मिलियन किलोमीटर की दूरी पर होगी.