एक बार सउदी प्रिंस ने अपने बाजों के लिए खरीद ली थी एयरोप्लेन की 80 सीटें, जानें क्या थी वजह
Airplane Seats For Falcons: सऊदी अरब के शाही परिवार के एक सदस्य ने अपने पक्षियों के लिए हवाई जहाज की हर सीट बुक कर ली थी, ताकि वे आराम और सुरक्षा से सफर कर सकें. पुरानी तस्वीर में बाज पक्षियों को हवाई जहाज की सीटों पर बैठे दिखाया गया है, जिनमें से हर किसी ने हुड पहन रखा है.
Saudi Prince: एक अनोखी कहानी में, एक सऊदी राजकुमार ने अपने 80 बाज पक्षियों के लिए हवाई जहाज में अलग-अलग सीटें खरीदा. यह सुनकर आपको थोड़ा अचंभा महसूस हुआ होगा, लेकिन यह 100 टका बिल्कुल सही बात है. सोशल मीडिया पर इस वाकये की एक तस्वीर फिर से वायरल हो रही है. सीएन ट्रैवेलर के अनुसार, यह चौंकाने वाली घटना साल 2017 में हुई थी. सऊदी अरब के शाही परिवार के एक सदस्य ने अपने पक्षियों के लिए हवाई जहाज की हर सीट बुक कर ली थी, ताकि वे आराम और सुरक्षा से सफर कर सकें. पुरानी तस्वीर में बाज पक्षियों को हवाई जहाज की सीटों पर बैठे दिखाया गया है, जिनमें से हर किसी ने हुड पहन रखा है.
सउदी प्रिंस ने अपने बाजों के लिए खरीदे सीट्स
सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली तस्वीर में आप एक एयरोप्लेन में कई सारे बाजों को एक साथ सीट पर बैठे हुए देख सकते हैं. उन सीटों के पास कई सारे लोग भी मौजूद हैं. इस तस्वीर को देखकर भले ही आप चौंक जाएं, लेकिन यह आज भी लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसे रेडिट पर शेयर किया गया है. रेडिट यूजर लेंसू ने कुछ मानव यात्रियों के साथ कोच में बैठे पक्षियों की तस्वीर पोस्ट की थी. फोटो के कैप्शन में लिखा था, "मेरे कैप्टन दोस्त ने मुझे यह फोटो भेजी है." इसमें कहा गया, "सऊदी राजकुमार ने अपने 80 हॉक्स (बाज़) के लिए टिकट खरीदा."
My captain friend sent me this photo. Saudi prince bought ticket for his 80 hawks.
byu/lensoo infunny
पक्षियों के होते हैं अपने पासपोर्ट
हवाई जहाज में बाज ले जाना भले ही अजीब लगे, लेकिन CN ट्रैवेलर के अनुसार, मध्य पूर्व में ऐसा करना असामान्य नहीं है. अरब के देशों में शिकार के लिए पक्षियों की मदद लेने का खेल 'बाजगिरी' सदियों से चला आ रहा है और इसे वहां बहुत सम्मान और इतिहास के साथ देखा जाता है. यह परंपरा हजारों साल पुरानी है और अरबी संस्कृति और पहचान का एक अहम हिस्सा है. दरअसल, बाज़गिरी का खेल इतना सम्मानित है कि इन पक्षियों के पास कथित तौर पर अपने पासपोर्ट भी होते हैं. ये पासपोर्ट बाजों को अपने मालिकों के साथ देशों की सीमाओं को पार करने की इजाजत देते हैं, अक्सर शिकार या बाजगिरी प्रतियोगिताओं के लिए.