Kid Finds Crystal On Beach: यह कहानी एक बच्चे के बारे में है, जो घूमने-टहलने के दौरान बीच या पहाड़ों से पत्थर लेकर आता है, जैसा कि अक्सर बच्चे करते हैं. एक दिन ऐसा ही एक बच्चा एक पत्थर लेकर आया, लेकिन उसे यह नहीं पता था कि यह पत्थर सिर्फ एक साधारण पत्थर नहीं था. कुछ दिन बाद, इस पत्थर में एक बड़ा रहस्य छिपा हुआ था, जिसे सभी ने जानने की कोशिश की. यह कहानी इस बात को बताती है कि कभी-कभी जो चीज हमें सामान्य लगती है, वह किसी बड़े रहस्य से जुड़ी हो सकती है.


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शोरहम बीच पर टहलते हुए एक पत्थर मिला


फॉक्स न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, इंग्लैंड के ससेक्स में रहने वाला 9 साल का बच्चा शोरहम बीच पर टहलते हुए एक पत्थर मिला. उसे यह पत्थर इतना रोचक लगा कि उसने उसे अपने घर ले आकर कमरे में रख लिया. शुरू में परिवार को इस पत्थर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन कुछ दिनों बाद जब पत्थर के बारे में सच्चाई सामने आई, तो सभी चौंक गए। यह पत्थर सिर्फ एक साधारण पत्थर नहीं था, बल्कि इसमें कुछ खास था, जिसे देखकर परिवार सकते में आ गया। इस रहस्य का खुलासा होते ही सभी हैरान रह गए.


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पत्थर कई बार खोने के बाद भी मिल गया 


बच्चे का नाम विटन था, और वह शोरहम बीच के पास टहलते हुए एक चमकते हुए पत्थर से रुका. उसे यह पत्थर इतना आकर्षक लगा कि उसने उसे अपने साथ घर ले आया और अपने कमरे में रख लिया. हालांकि, यह पत्थर कई बार खो भी गया, लेकिन विटन ने आखिरकार उसे ढूंढ लिया. सालों तक वह इसे यूं ही अपने पास रखे रहा, फिर एक दिन विटन अपने दोस्तों के साथ म्यूज़ियम गया और वहां उसने ठीक वैसा ही पत्थर देखा, जैसा उसके पास था. उसने यह बात अपने माता-पिता को बताई, और उन्हें यह सुनकर थोड़ा अजीब लगा. यह सुनकर वह चिंतित हो गए, और उन्होंने इस पत्थर की जांच कराने का फैसला किया.  हालांकि इसे जांच के लिए वर्थिंग म्यूजियम ले गए. 


पत्थर मध्य पाषाण काल की कुल्हाड़ी का एक हिस्सा था


म्यूज़ियम के एक्सपर्ट्स ने जांच के बाद बताया कि यह पत्थर वास्तव में मध्य पाषाण काल की कुल्हाड़ी का एक हिस्सा था, जो निएंडरथल के हाथ से बनी हुई थी. यह जानकारी जानकर पूरा परिवार दंग रह गया. विटन ने इस अनमोल पत्थर को म्यूज़ियम में रखने का निर्णय लिया, ताकि इसे ब्रिटिश म्यूज़ियम की पोर्टेबल पुरावशेष योजना के तहत रजिस्टर किया जा सके और इसका रिकॉर्ड बना रहे.