Internship In Mumbai: एक महिला ने लिंक्डइन पर बताया कि कैसे पुणे से मुंबई जाने के बाद उनकी इंटर्नशिप खत्म कर दी गई. उन्होंने ये भी बताया कि बीमार होने पर छुट्टी लेने के बाद उन्हें हटा दिया गया. महिला का कहना है कि जिस लॉ फर्म के लिए वो पुणे से मुंबई गई थीं, उन्होंने बुखार के कारण दफ्तर ना आने पर उन्हें निकाल दिया. इससे वो काफी निराश और हताश हैं. उस महिला ने पोस्ट में लिखा कि मैं हैरान थी क्योंकि मैं अपना काम ईमानदारी से कर रही थी और किसी सहकर्मी को भी मेरे काम से कोई परेशानी नहीं थी. जब मैंने HR के पास बुलाए जाने का कारण पूछा तो उनके पास कोई वाजिब जवाब नहीं था, उन्होंने बस इतना कहा कि ये पार्टनर का फैसला है."


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अपनी कहानी को लिंक्डइन पर किया शेयर


उस महिला ने आगे लिखा, "अगले दिन मैं पार्टनर से मिली ये समझने के लिए कि मुझे इतनी जल्दी निकाला क्यों गया, खासकर तब जब मैंने इस मौके के लिए अपना शहर छोड़ा था. उनका जवाब हैरान करने वाला और बेरुखी वाला था - 'आपको क्या दिक्कत है? ये मेरी फर्म है, और मैं जब चाहूं किसी को भी निकाल सकता हूं.' उन्होंने ये भी कहा, 'आप तो सिर्फ इंटर्न हो, इतना सवाल क्यों कर रहीं? आपके साथ कोई कॉन्ट्रैक्ट नहीं हुआ है.' उन्होंने जैसे ये कहना चाहा कि आप पूछने वाली कौन होती हैं.


ऑफिस के बुरे माहौल के बारे में बताया


पोस्ट के आखिर में महिला ने खराब ऑफिस माहौल के बारे में अपनी नाराजगी जताई. इससे पहले, एक दूसरी महिला को भी डायबिटीज की वजह से छुट्टी लेने पर नौकरी से निकाल दिया गया था. उस महिला ने रेडिट पर बताया कि कैसे उसके बॉस ने बीमारी की छुट्टी लेने पर उसे नौकरी से निकाल दिया. उसने ये भी बताया कि उसके बॉस ने उसका सारा सामान उसके घर पहुंचा दिया. उस वाकये के बाद, महिला ने अपने बॉस को जवाब देते हुए अपनी नाराज़गी जाहिर की.
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एक अन्य ने भी अपना किस्सा किया शेयर


उसने कहा, "मुझे ये नहीं पता था कि शुगर इतना बढ़ जाना, कि मुझे अस्पताल जाना पड़े, मेरी नौकरी चली जाएगी. तो हां, शायद अब ट्रेनिंग नहीं हो पाएगी. लेकिन ये मत समझिएगा कि मैं सामान वापस लाने के लिए शुक्रिया अदा करती हूं. मुझे लगता है कि आप किसी को बीमारी की छुट्टी पर निकालने के फैसले का सामना नहीं करना चाहते थे, या शायद बाद में मेरी आंखों में देखने की हिम्मत नहीं जुटा पाते." उसने अंत में ये भी बताया कि अगर कंपनी मांगती तो वो डॉक्टर का पर्चा दिखा सकती थी.