Fishermen In Russia: जब भी कोई समस्या आती है तो उसका सामना करने के लिए लोग कुछ न कुछ ऐसा जुगाड़ खोज लेते हैं, जिससे तत्काल प्रभाव से समस्या का समाधान हो जाता है. इसी प्रॉसेस को अमूमन लोग जुगाड़ या देसी जुगाड़ कहते हैं. भारत में यह काफी प्रचलित है, लेकिन भारत के बाहर भी देसी जुगाड़ काफी प्रभावी है और लोग अपने-अपने तरीके से इसका यूज करते हैं. हाल ही में एक वायरल होने वाले तस्वीर में एक अनोखी चीज सामने आई. रूस के सेंट पीट्सबर्ग शहर में भीषण बर्फबारी के दौरान मछुआरों ने बर्फीली हवाओं से खुद को बचाने के लिए एक देसी जुगाड़ अपनाया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बर्फीली हवाओं से बचने का देसी जुगाड़


मछुआरों ने प्लास्टिक की चादरों को टेंट की तरह बनाकर उसके बीच में बैठकर मछली पकड़ने का काम शुरू किया है. यह इलाका भारी बर्फबारी और बर्फीली हवाओं के लिए जाना जाता है, जो मछुआरों के लिए काम करना मुश्किल बना देता है. इन हवाओं से बचने के लिए मछुआरों ने प्लास्टिक की चादरों का इस्तेमाल करते हुए एक टेंट बनाया है. टेंट के अंदर बैठकर वे ठंडी हवाओं से बचे रहते हैं और मछली पकड़ने का काम करते हैं. यह जुगाड़ काफी सस्ता और आसान है.


ठंड से बचने के लिए यह है बेहद नायाब तरीका


मछुआरे प्लास्टिक की चादरों को प्लास्टिक की स्टिक या किसी लड़की की छड़ी की मदद से बांधकर टेंट बना लेते हैं. टेंट के वे चलते हुए मछली को पकड़ने की कोशिश करते हैं और इस दौरान वह ठंडी हवाओं से बच जाते हैं, जिससे उनका स्वास्थ्य बना रहता है और कोई दिक्कत भी नहीं होती. इसके इस्तेमाल से वह ठंड से बच सकते हैं.


तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल


इस जुगाड़ वाली तस्वीर को जब लोगों ने देखा तो उनका कहना है कि यह बर्फीली हवाओं से बचने का एक अच्छा तरीका है. टेंट के अंदर वे ठंड से बचे रहते हैं और मछली पकड़ने का काम आसानी से कर सकते हैं. इस देसी जुगाड़ की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. लोगों ने मछुआरों की इस क्रिएटिविटी की सराहना कर रहे हैं.  यह जुगाड़ मछुआरों के लिए एक वरदान जैसा ही है.