World Longest Railway Platform in India: भारतीय रेलवे (Indian Railways) दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क है, जो अपने अंदर इतनी शानदार विरासत को समेटे है, जिसे जानकर आप गर्व कर उठेंगे. यूं तो आपने भारतीय रेल के बारे में बहुत कुछ पढ़ा या सुना होगा लेकिन शायद आपको ये न मालूम हो कि दुनिया के सबसे लंबे तीन रेलवे प्लेटफॉर्म कहीं और नहीं बल्कि भारत में हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रेलवे स्टेशन के बाहर लगा बोर्ड


उत्तर प्रदेश के गोरखपुर रेलवे स्टेशन (Gorakhpur Railway Station) की पहचान देश के साथ-साथ दुनिया के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन के रूप में होती थी. गोरखपुर रेलवे स्टेशन की लंबाई 1366.4 मीटर (4,483 फीट) है, जिसे भारत समेत पूरी दुनिया का सबसे लंबा रेलवे स्टेशन माना जाता है. लेकिन तकनीकि रूप से गोरखुपर रेलवे स्टेशन से यह खिताब छिन गया है. दरअसल भारत में एक और दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन गया है, जिसने गोरखपुर को भी पछाड़ दिया है. यह प्लेटफॉर्म कर्नाटक के हुबली रेलवे स्टेशन पर बनाया गया  है. जिसका बोर्ड भी हुबली रेलवे स्टेशन के बाहर लगा है.


दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे प्लेटफॉर्म


हुबली स्टेशन, दक्षिण पश्चिम रेलवे (SWR) जोन का मुख्यालय है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यहां बन रहा प्लेटफार्म भारत और दुनिया के सबसे बड़े गोरखपुर स्टेशन के प्लेटफॉर्म से भी बड़ा है. दरअसल SWR की ओर से हुबली के प्लेटफॉर्म नंबर-1 के विस्तार का काम जब शुरू किया गया था तभी ये तय हो गया था कि ये दुनिया का सबसे लंबा प्लेटफार्म होने जा रहा है.


दुनिया का सबसे लंबे प्लेटफार्म के अमेजिंग फैक्ट्स


रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, ये प्लेटफॉर्म हुबली और बेंगलुरु के बीच दोहरीकरण कार्य के हिस्से के रूप में तैयार किया जा रहा था. इस प्लेटफॉर्म नंबर-1 को 10 मीटर चौड़ाई और 550 मीटर लंबाई से बढ़ाकर करीब 1500 मीटर लंबा किया गया है. सिग्नलिंग, इलेक्ट्रिकल और अन्य कार्यों को शामिल करते हुए यार्ड रिमॉडलिंग के काम पर करीब 115 करोड़ की लागत आने का अनुमान लगाया गया था. SWR जोनल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) अनीश हेगड़े के एक बयान के मुताबिक इसकी पुष्टि हो चुकी है कि उनके रेलवे जोन के पास सबसे लंबे प्लेटफॉर्म को संचालित करने की काबिलियत है.


'डेक्कन हेराल्ड' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक हुबली यार्ड रीमॉडेलिंग को पूरा करने के लिए लगभग 400 मजदूरों ने दिन-रात काम किया. इस प्रोजेक्ट में प्लेटफॉर्म नंबर एक का 550 मीटर से 1.5 किमी तक विस्तार और दो अतिरिक्त प्लेटफॉर्म का निर्माण शामिल रहा. हालांकि दक्षिण पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म के रूप में प्लेटफॉर्म एक को जोड़ने के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में आवेदन भेजे हैं, लेकिन अभी तक उन्हें रिकॉर्ड रखने वालों की ओर से इसकी पुष्टि नहीं की गई है.


टूट गये ये रिकार्ड


एक दिलचस्प बात आपको और बताते चलें कि गोरखपुर के प्लेटफार्म से पहले भी ये World Longest Railway Platform का खिताब भारत के पास ही था. सबसे पहले पश्चिम बंगाल के खड़गपुर को ये तमगा मिला था. जिसकी लंबाई 1072.5 मीटर थी. लेकिन री-मॉडलिंग के बाद गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर-1 और 2 की संयुक्त लंबाई इससे ज्यादा हो गई और अब हुबली का रेलवे स्टेशन सुर्खियों में है.


दुनिया के 6 सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म


1. हुबली, कर्नाटक,  1505 मीटर।
2. गोरखपुर, उत्तर प्रदेश, 1366.4 मीटर।
3. खड़गपुर, वेस्ट बंगाल, 1072.5 मीटर।
4. स्‍टेट स्ट्रीट सेंटर सबवे स्‍टेशन शिकागो, यूएसए, 1067 मीटर।
5. ड्यूनेडिन रेलवे स्‍टेशन, ड्यूनेडिन, ओटागो, न्‍यूजीलैंड, 1000 मीटर।
6. शेरिटन शटल टर्मिनल, फोकेस्‍टन, युनाइटेट किंगडम, 791 मीटर।


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे