Mark On Water Bottle: गर्मियों का मौसम आ गया है और लोग गर्मियों में खूब पानी पीते हैं. पानी पीते समय यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि हम साफ और शुद्ध पानी पी रहे हैं. इस दौरान लोग बोतल का पानी भी पीते हैं जो काफी अच्छा माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि पानी की बोतल पर एक्सपायरी डेट क्यों लिखी होती है. क्योंकि यह माना जाता है कि पानी कभी खराब नहीं होता है और अगर पानी साफ रहे तो वह काफी दिन तक रखा जा सकता है. लेकिन फिर भी बोतल पर आखिर एक्सपायरी डेट क्यों लिखी होती है. यह बात अगर नहीं जानते हैं तो आइए जान लेते हैं.


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पानी की एक्सपायरी डेट नहीं!
दरअसल, एक्सपर्ट्स के मुताबिक पानी की एक्सपायरी डेट नहीं होती है. लेकिन पानी को स्टोर करने के लिए जिन प्लास्टिक की बोतलों का यूज किया जाता है उनकी एक्सपायरी डेट जरूर होती है. यही कारण है कि इन बोतलों के ऊपर एक्सपायरी डेट लिखी होती है. बताया जाता है कि यह डेट उपभोक्ता को बताती है कि बंद की गई वस्तु की गुणवत्ता और सुरक्षा की अवधि क्या होती है. बोतल में बंद पानी की एक्सपायरी डेट उसकी उच्चतम गुणवत्ता के लिए निर्धारित की जाती है.


बंद पानी की गुणवत्ता और सुरक्षा?


साथ ही पानी की बोतलों पर एक्सपायरी डेट लिखी होती है ताकि उपभोक्ता को बताया जा सके कि बोतल में बंद पानी की गुणवत्ता और सुरक्षा की अवधि क्या है. इस तिथि के बाद, पानी की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ सकता है और इसका सेवन सुरक्षित नहीं हो सकता है. यह सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है. पानी की एक्सपायरी डेट बोतल में उपयोग होने वाले पुराने पानी की गुणवत्ता और सुरक्षा की अवधि को दर्शाने के लिए लिखी जाती है. यह तारीख निर्माता द्वारा निर्धारित की जाती है.


बोतल पर एक्सपायरी डेट


एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपायरी डेट के बाद, पानी की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, और इसका सेवन सुरक्षित नहीं हो सकता है. यदि एक्सपायरी डेट गुजर जाती है, तो उपयोगकर्ता को बोतल का पानी नहीं पीना चाहिए. यह बात भी सही है कि एक तय समय के बाद प्लास्टिक पानी में घुलना शुरू हो जाता है और यही कारण है कि बोतल पर एक्सपायरी डेट लिखा होता है.