नई दिल्‍ली: संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के करीब 6,000-6,500 आतंकवादी पड़ोसी अफगानिस्तान में सक्रिय हैं जिनमें से अधिकतर का संबंध 'तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान' से है और वे दोनों देश के लिए खतरा हैं. ISIS, अल-कायदा और संबंद्ध व्यक्तियों एवं संस्थाओं से संबंधित विश्लेषणात्मक सहायता एवं प्रतिबंध निगरानी टीम’ की 26वीं रिपोर्ट में कहा गया कि ‘भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा’ (एक्यूआईएस), तालिबान के तहत अफगानिस्तान के निमरूज, हेलमंद और कंधार प्रांतों से काम करता है.


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इस बीच अफगानिस्‍तान के सुरक्षाबलों (Afghan security forces) ने जैश- ए- मोहम्मद के 13 आतंकवादियों को मार गिराया है जबकि एक को जिंदा पकड़ा है. 24 जुलाई से अफगान सिक्योरिटी फोर्स के सुरक्षा बल खोगयानी जिले के मिर्जा खेल में संयुक्‍त रूप से ऑपरेशन का संचालन कर रहे हैं. अब भी सुरक्षाबलों का ऑपरेशन जारी है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 31 आतंकी मारे जा चुके हैं जिनमें से 18 अफगान तालिबााा के थे और 13 पाकिस्तान के JeM (Jaish-e-Mohammed) से ताल्लुक रखते थे. ये आतंकवादी मौलवी सोहेल से संबद्ध थे.


गौरतलब है कि अफगान फोर्स के 24 सैनिक भी मुठभेड़ में शहीद हुए हैं. शुक्रवार (24 जलाई) को अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ( Afghanistan Ministry of Defense ) ने बताया था कि जाबूल प्रांत के अरघान दाब, शिंकजी और शाह जोई जिलों में अफगानी सैनिकों ( Afghan soldiers ) के साथ मुठभेड़ में कम से कम 24 तालिबानी लड़ाकू ( Taliban fighter ) मारे गए हैं और 27 गंभीर रुप से घायल हो गए हैं.  इस सप्ताह के शुरुआत में ही पूर्वी अफगानिस्तान ( Eastern afghanistan) में हवाई हमलों ( Air Strike) में तालिबानियों समेत 45 नागरिकों की मौत हो गई थी.