Media की आवाज दबाने की कोशिश: Hamid Mir के बाद अब Imran Khan सरकार ने Asma Shirazi को बनाया निशाना
पत्रकार आसमां शिराजी के खिलाफ दो दिन में कई शिकायतें दर्ज की गई हैं. शिराजी का कहना है कि उन्हें कई बार धमकियां मिल चुकी हैं. 2007 में भी उन्हें बैन किया गया था और राजद्रोह की धमकी दी गई थी. इसी तरह, जियो टीवी के पत्रकार हामिद मीर को भी इससे पहले दो बार बैन किया गया था.
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) मीडिया की आवाज दबाने के अभियान में लगे हैं, ताकि उनकी नाकामियों को जनता के सामने न लाया जा सके. पत्रकार हामिद मीर (Hamid Mir) को ऑफ-एयर के बाद अब इमरान सरकार ने आसमां शिराजी (Asma Shirazi) को भी निशाना बनाया है. उन पर भी राजद्रोह के आरोप लगाए गए हैं. शिराजी ने इस संबंध में ट्वीट करके जानकारी दी है. वहीं, सरकार की इस कार्रवाई के खिलाफ मीडिया संगठन और विपक्ष लामबंद हो गए हैं.
Hamid Mir से नाराजगी की ये है वजह
आसमां शिराजी (Asma Shirazi) पत्रकार और राजनीतिक कॉमेंटेटर हैं. वह सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठाती रही हैं. इसलिए हामिद मीर (Hamid Mir) की तरह वह भी इमरान खान (Imran Khan) के निशाने पर आ गई हैं. बता दें कि हामिद मीर ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ टिप्पणी की थी, जिसके बाद उन्हें ऑफ-एयर जाने के लिए मजबूर किया गया. दरअसल, पत्रकार असद तूर पर कुछ अज्ञात हमलावरों ने हमला किया था, इसे लेकर हामिद मीर ने सेना से सवाल किए थे और इससे सरकार नाराज हो गई थी.
Asma Shirazi के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज
हामिद मीर के बाद आज न्यूज पर 'फैसला आपका' करंट अफेयर्स टॉक शो होस्ट करने वालीं आसमां शिराजी के खिलाफ दो दिन में कई शिकायतें दर्ज की गई हैं. शिराजी का कहना है कि उन्हें कई बार धमकियां मिल चुकी हैं. 2007 में भी उन्हें बैन किया गया था और राजद्रोह की धमकी दी गई थी. इसी तरह, जियो टीवी पर करीब 20 साल तक 'कैपिटल टॉक' होस्ट करने वाले मीर को भी इससे पहले दो बार बैन किया गया था. इतना ही नहीं, सरकार के दबाव की वजह से उन्हें दो बार नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा था.
बौखला गए हैं Imran Khan
इमरान खान विपक्ष के लगातार हमले और मीडिया में आ रहीं सरकार विरोधी खबरों से परेशान हो गए हैं. विपक्ष को रोकना तो फिलहाल उनके बस में नहीं है, इसलिए वो मीडिया को खामोश कराना चाहते हैं. ताकि उनकी नाकामियों के किस्से आम जनता तक न पहुंचें. पाकिस्तान सरकार इस संबंध में एक कानून लाने की भी तैयारी कर रही है. इसमें सेना (Army) या सरकार के खिलाफ बोलने वालों पर भारी भरकम जुर्माने और जेल का प्रावधान भी किया गया है