Dark Side of China Trade: चीन की अर्थव्यवस्था (China Economy) लगातार गोते खा रही है.  व्यापार के मामले में तो उसको एक और झटका लगा है. अगस्त में सालाना आधार पर चीन के एक्सपोर्ट और इंपोर्ट दोनों में गिरावट आई है. यह कमजोर ग्लोबल डिमांड का संकेत है, जिससे पहले से ही सुस्त पड़ी उसकी इकोनॉमी पर प्रेशर बढ़ा रहा है. अर्थव्यवस्था में लगातार आ रही सुस्ती के कारण शी जिनपिंग को भी जनता के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है.


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 गुरुवार को को जारी कस्टम ड्यूटी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में एक्सपोर्ट सालाना आधार पर 8.8 प्रतिशत घटकर 284.87 अरब डॉलर रहा. एक्सपोर्ट एक साल पहले की तुलना में 7.3 प्रतिशत घटकर 216.51 अरब डॉलर रह गया.


इकोनॉमी पर पड़ी कोविड की मार


चीन का ट्रेड सरप्लस 68.36 अरब डॉलर रहा, जो जुलाई में यह 80.6 अरब डॉलर था. चीन के नेताओं ने हाल के महीनों में इकोनॉमी को बूस्ट करने के लिए कई कदम उठाए हैं.  कोविड-19 महामारी के बाद चीन की इकोनॉमी उम्मीद से काफी पहले ही कमजोर पड़ चुकी है.


अधिकारियों ने अभी तक बड़े पैमाने पर इंसेंटिव स्पेंड या बड़े स्तर पर टैक्स कटौती से परहेज किया है. कैपिटल इकोनॉमिक्स के जूलियन इवांस-प्रिचर्ड ने एक रिपोर्ट में कहा, 'भविष्य की बात करते तो लगता है कि साल के आखिर तक निर्यात के बेहतर होने से पहले.. इसमें गिरावट आएगी.'


एक्सपोर्ट-इंपोर्ट भी घटा


 चीन के व्यापार में पिछले दो साल से धीरे-धीरे गिरावट आई है, हालांकि अगस्त में एक्सपोर्ट और इंपोर्ट में गिरावट जुलाई की तुलना में कम थी. अगस्त में निर्यात सालाना आधार पर 14.5 प्रतिशत, जबकि आयात 12.4 प्रतिशत कम रहा. सीमा शुल्क आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में एक्सपोर्ट एक साल पहले की तुलना में 17.4 प्रतिशत गिरकर 45 अरब डॉलर हो गया, जबकि अमेरिकी चीजों का इंपोर्ट 4.9 प्रतिशत घटकर करीब 12 अरब अमेरिकी डॉलर रहा. रूस से चीन का आयात (ज्यादातर तेल और गैस) एक साल पहले से 13.3 प्रतिशत बढ़कर 11.52 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया.


(इनपुट-PTI)