China Property Crisis: कोरोना ने न सिर्फ चीन की अर्थव्यवस्था को बल्कि उसके कई उद्योगपतियों को भी भारी नुकसान पहुंचाया है. सबसे ज्यादा असर चीन के रियल एस्टेट सेक्टर पर पड़ा है. इसकी वजह से इससे जुड़ी कई कंपनियां जहां बंद होने के कगार पर हैं, तो कुछ की वैल्यू आधे पर आ गई है. चीन के प्रॉपर्टी संकट ने कितना नुकसान पहुंचाया है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि चीन में एशिया की सबसे धनी महिला यांग हुइयान ने पिछले एक साल में अपनी आधी से अधिक संपत्ति गंवा दी है. यह खुलासा गुरुवार को आए आंकड़ों से हुआ है.


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अब बची सिर्फ 11.3 बिलियन डॉलर की संपत्ति 


ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स की ओर से गुरुवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, चीनी रियल एस्टेट की दिग्गज कंपनी कंट्री गार्डन में बहुसंख्यक शेयरधारक यांग हुइयान के पास एक साल पहले करीब 23.7 बिलियन डॉलर की संपत्ति थी, लेकिन अब 52 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ उनके पास 11.3 बिलियन डॉलर की संपत्ति ही बची है. यांग को बुधवार को सबसे ज्यादा झटका तब लगा जब कंपनी के नए शेयर बेचने के ऐलान के बाद इसके शेयरों में 15 प्रतिशत की गिरावट आ गई.


पिता ने सौंपा था यह बिजनेस


राज्य के मीडिया के अनुसार, यांग को उनके पिता और कंट्री गार्डन के संस्थापक यांग गुओकियांग से 2005 में विरासत में यह कंपनी मिली और पिता ने उन्हें अपने शेयर हस्तांतरित किए थे. 1 साल बाद ही हॉन्गकॉन्ग में कंपनी के आईपीओ के आने के बाद वह एशिया की सबसे अमीर महिला बन गईं थीं.


इसलिए आया है संकट


दरअसल, चीनी अधिकारियों ने 2020 में रियल एस्टेट सेक्टर में अत्यधिक कर्ज पर नकेल कस दी थी. इससे एवरग्रांडे और सनक जैसी बड़ी कंपनियों को भी दिक्कत होने लगी. कुछ ही दिन बाद कई कंपनियां दिवालिया हो गईं. इसके अलावा देश भर में खरीदारों ने फ्लैट निर्माण में देरी और अपनी संपत्तियों की डिलिवरी में देरी से गुस्से में  पूरा होने से पहले बेचे गए घरों के लिए किश्त की पेमेंट रोकनी शुरू कर दी. इन फैसलों से भी प्रॉपर्टी सेक्टर और बैठ गया.


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