China Airlines: एयरलाइंस ने ओवरवेट फीमेल फ्लाइट अटेंडेंट को लेकर लिया ऐसा फैसला, मच गया बवाल
China`s Hainan Airlines grounded overweight female crew: हैनान एयरलाइन ने अपने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा कि उसके सभी फ्लाइट अटेंडेंट पैरामीटर्स आइडियल ह्यूमन वेट पर आधारित है इसलिए हर क्रू मेंबर चाहे वो पुरुष हो या महिला उसे हेल्थ गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी है.
Chinese airline defends flight attendant weight restrictions: चीन की हैनान एयरलाइंस अपनी एक पॉलिसी की वजह से नेटिजंस के निशाने पर है. दरअसल कंपनी ने अपनी सभी ओवरवेट महिला फ्लाइट अटेंडेंट को ड्यूटी से हटाने का फैसला किया है, जिसके लिए उसे आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस रिपोर्ट के वायरल होने के बाद एयरलाइन कंपनी ने फ्लाइट में वेट मैनेजमेंट की बातों का जिक्र करते हुए अपने फैसले का बचाव किया है.
चीन के सरकारी मीडिया प्रतिष्ठान 'ग्लोबल टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी एयरलाइंस ने इस महीने की शुरुआत में अपने केबिन क्रू को दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसमें कहा गया था कि अगर महिला फ्लाइट अटेंडेंट्स के वजन में निर्धारित मानक सीमा से 10% का इजाफा हुआ तो उन्हें फौरन ड्यूटी से हटा दिया जाएगा. कंपनी की गाइडलाइंस में महिला अटेंडेंट की लंबाई और उनके वजन के हिसाब से एक फार्मूला बनाया है जिसके हिसाब से हर क्रू मेंबर के लिए उसका आदर्श वजन तय की गई है.
नौकरी बचाने के लिए करना होगा ये काम
वहीं एयरलाइन के बयान के मुताबिक उसने किसी भी ओवरवेट फीमेल फ्लाइट अटेंडेंट को नौकरी ने नहीं निकाला है. फील्ड जॉब से हटाई गईं फ्लाइट अटेंडेंट्स को सुपरविजरी वेट लॉस प्रोग्राम में रखा गया है. वहीं कंपनी की गाइडलाइंस में लिखा है कि जैसे ही महिला फ्लाइट अटेंडेंट का वजन चेतावनी सीमा यानी ओवर वेट होने से 5% से कम होगा, तो फौरन उसका वजन बढ़ने से रोकने के लिए उसे अलर्ट किया जाएगा. वजन कम करने के प्रोग्राम के तहत उनकी मदद की जाएगी. उन्हें चेतावनी देते हुए हर महीने उसके वजन पर नजर रखी जाएगी.
ग्लोबल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि इस फैसले को लेकर इंडस्ट्री से जुड़े कुछ कर्मचारियों का कहना है कि हैनान एयरलाइंस द्वारा महिला क्रू मेंबर्स के लिए वजन की निर्धारित सीमा पर कड़ा एक्शन घरेलू रूट पर उठाया गया एक अभूतपूर्व कदम है. हालांकि इस मामले को लेकर कानून के जानकारों और देश के आम नागरिकों की मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.
चीन में महिलाओं से भेदभाव पर आक्रोश
सामान्यत: चीन में 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं को नौकरी पर नहीं रखा जाता है. ऐसे में अगर कोई लड़की पढ़ाई पूरी करने के बाद अगर 25 साल की उम्र में करियर शुरू करती है तो उसके पास काम करने के लिए बस 15 साल होते हैं. उसमें भी अगर किसी को वजन ज्यादा होने की वजह से नौकरी से निकाल दिया जाएगा तो ये उसके साथ एक तरह की नाइंसाफी होगी. इस आदेश को भेदभाव मानते हुए इसका विरोध हो रहा है. चीन के लेबर लॉ यानी कानून के मुताबिक देश में महिलाओं के लिए सेवानिवृत्त होने की उम्र सीमा 50 वर्ष है, जबकि पुरुषों के लिए यह 55 साल है.
6 महीने पहले सामने आया था हैरान करने वाला मामला
चीन में कुछ महीने पहले एक 50 साल की बेहद टैलेंटेड फीमेल फ्लाइट अटेंडेंट 'हू' को 'टू ओल्ड' कहकर नौकरी से निकाल दिया गया था. उसे जब चीन की किसी और कंपनी में Job नहीं मिली तो उन्होंने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए विदेशी एयरलाइन कंपनियों में आवेदन किया तो उसे तीन-तीन ऑफर लेटर मिले. उनके संघर्ष की कहानी को सोशल मीडिया पर लोगों ने खूब पसंद किया था. ऐसे में अब हैनान एयरलाइंस के इस फैसले की लोग जमकर आलोचना कर रहे हैं.