Paper Making History: कागज (Paper) एक ऐसी चीज है जो दुनिया में लगभग हर इंसान के जीवन का हिस्सा है. कागज चाहे पढ़ने-लिखने के काम आए, सामान पैक करने के काम आए या सजावट के काम आए, यह किसी ना किसी तरह से हमारे काम जरूर आता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जो पतला सॉफ्ट कागज हम आज इस्तेमाल करते हैं वह सबसे चीन में बनाया गया था और इसे बनाने के प्रोसेस को चीनियों ने करीब 600 साल तक राज रखा था. चीन ने अपने पड़ोसी देशों को भी इसकी भनक तक नहीं लगने दी थी. 600 साल बाद जब एक चीनी राजा युद्ध हारा था तब जाकर ये राज दुनिया के सामने आया था. आइए जानते हैं कि चीनी इतिहास की ये दिलचस्प कहानी क्या है.


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600 साल तक चीनियों ने सीक्रेट रखी ये बात


जानकारी के मुताबिक, आज जो पतला कागज हम इस्तेमाल करते हैं इसको बनाना चीन में 105 ईस्वी में शुरू हुआ था. इस कागज को त्साई लून (Tsai Lun) ने पेड़ की छाल, चिथड़ों और मछली के जाल जैसी चीजों का इस्तेमाल करके बनाया गया था. कागज लचीला और मजबूत हो इसके लिए कई चरणों में इसे तैयार किया जाता था. अभिलेखों से मालूम होता है कि त्साई लून ने 105 ई. में चीनी राजा सम्राट को ये कागज बनाने की विधि के बारे में बताया था. लेकिन ये राज सैकड़ों सालों तक राज ही रहा.


चीनी राजा की गलती पड़ी भारी


हैरानी की बात है कि जब बाकी देशों ने चीन के इस कागज को देखा तो वे सोच में पड़ गए कि इसे आखिर कैसे बनाया गया. लेकिन चीन ने कभी भी ये राज खुलने नहीं दिया. 600 से ज्यादा साल तक ये राज चीन की सीमाओं के अंदर गुप्त रहा. लेकिन 751 ईस्वी में जब चीनी राजा ने अपने राज्य की सीमाओं को मध्य एशिया तक बढ़ाने की चाह में वहां हमला किया तो उसे करारी हार मिली. समरकंद के शासक के हाथों चीनियों को मुंह की खानी पड़ी. युद्ध के दौरान बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों को बंदी बना लिया गया. उन बंदियों में बहुत सारे लोग ऐसे भी थे जो कागज बनाने की विधि जानते थे.


ऐसे खुला कागज बनाने की विधि का सीक्रेट


गौरतलब है कि समरकंद के राजा ने तय कर लिया था युद्ध बंदियों को मौत के घाट उतार दिया जाएगा. लेकिन तभी कागज बनाने की विधि जानने वाले चीनियों ने अपनी जान बचाने के लिए ये बड़ा सीक्रेट खोल दिया. उसके बाद से कागज बनाने की विधि के बारे में पूरी दुनिया के बारे में पता चल गया और आज कागज को विश्व भर में हर कोई इस्तेमाल करता है.