बीजिंग: अलीबाबा (Alibaba) समूह के संस्थापक जैक मा (Jack Ma) के खिलाफ चीन (China) की नाराजगी खत्म नहीं हुई है. स्टेट मीडिया द्वारा चीनी उद्योगपतियों को लेकर प्रकाशित एक लेख में जैक मा का जिक्र नहीं किए जाने से यह पुन: साफ हो गया है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने जैक को सरकार की आलोचना के लिए माफ नहीं किया है और आने वाले दिनों में उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जा सकते हैं. 


Jack के योगदान को भूला China


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सरकार द्वारा संचालित शिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने एक आर्टिकल प्रकाशित किया है, जिसमें चीन के ऐसे उद्योगपतियों का जिक्र है, जिन्होंने देश के विकास में अहम भूमिका निभाई. लेकिन जैक मा (Jack Ma) को इसमें शामिल नहीं किया गया है, जबकि उन्होंने बीजिंग की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. इससे पता चलता है कि सरकार अलीबाबा समूह के संस्थापक की आलोचना को भूल नहीं पाई है.


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ये संदेश देना चाहते हैं Jinping


लेख में Huawei Technologies के रेन झेंगफेई, शाओमी कॉर्प के लेई जून और बीवाईडी के वांग चुआनफू को उनके योगदान के लिए सराहा गया, लेकिन जैक मा का कोई जिक्र नहीं है. जाहिर है स्टेट मीडिया का यह कदम जैक और उनके समर्थकों के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं. जानकारों का मानना है कि जैक और सरकार के बीच गहरी खाई उत्पन्न हो गई है, जिसे पाटना संभव नजर नहीं आता. चीनी सरकार जैक पर घेरा कसकर यह संदेश देना चाहती है कि उसके खिलाफ आवाज उठाने वाले को बख्शा नहीं जाएगा.


एकदम हो गए थे गायब 


काफी समय से गायब रहने के बाद Jack Ma इसी साल जनवरी में वापस नजर आए. वह अक्टूबर, 2020 से ही लापता थे. अक्टूबर में ही उन्होंने चीन की सरकार की व्यापारिक नीतियों की सार्वजनिक रूप से आलोचना की थी. इसके बाद से ही Jack एकदम से गायब हो गए. इस बीच Jack के सोशल मीडिया अकाउंट पर भी कोई एक्टिविटी नहीं देखी गई थी. लिहाजा माना जा रहा था कि चीनी सरकार ने उन्हें कहीं गायब कर दिया है. 


Jack की कंपनियों के खिलाफ जांच


Jack ने पिछले साल सरकार पर हमला बोलते हुए देश के Financial Regulators पर सवाल उठाया था. उन्होंने सरकार से बैंकिंग रेगुलेशन सिस्टम में सुधार की मांग भी की थी. सरकार को यह सार्वजनिक आलोचना पसंद नहीं आई थी. इस आलोचना के बाद ही चीनी सरकार ने Jack Ma के स्वामित्व वाले Alibaba ग्रुप और एंट ग्रुप पर कई मामलों में जांच भी शुरू कर दी थी. Jack Ma के चीन से बाहर जाने पर भी रोक लगा दी गई थी.