इस्लामाबाद: चीन द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन सिनोफार्म (Corona vaccine sinopharm) को लेकर पाकिस्तान फंस गया है. पाकिस्तान में तमाम लोग sinopharm लगवा चुके हैं लेकिन अब इस वैक्सीन के सर्टिफिकेट को कुछ देश मानने को तैयार ही नहीं हैं. मामला इतना बिगड़ गया है कि इमरान खान (Imran Khan) को लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. इमरान अब खुद ऐसे देशों से बात कर रहे हैं जो सिनोफार्म का सर्टिफिकेट नहीं मान रहे हैं.


इमरान के मंत्री ने दी सफाई


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इमरान के मंत्री को इस बाबत मीडिया में सफाई देनी पड़ी. पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद (Minister Sheikh Rashid Ahmed) ने कहा कि 'प्रधानमंत्री इमराम खान (Imran Khan) ने कैबिनेट को सूचित किया है कि वह इस मामले पर संबंधित देशों के नेताओं के साथ बातचीत कर रहे हैं.' 


सऊदी अरब ने दी इमरान को टेंशन


सऊदी अरब के रुख ने पाकिस्तान का सिर दर्द बढ़ा दिया है. सऊदी अरब भी चीनी टीकों के टीकाकरण के सर्टिफिकेट को मान्यता नहीं दे रहा है. सऊदी अरब में फाइजर, एस्ट्राजेनेका, मॉडर्न और जॉनसन एंड जॉनसन टीकों को ही सुरक्षित माना जा रहा है. इस कारण पाकिस्तान से हज यात्रा जाने के इच्छुक लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, सऊदी अरब चाइनीज टीके को सुरक्षित नहीं मान रहा जिस वजह से पाकिस्तानियों को वहां एंट्री नहीं मिल रही.


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फाइजर की पड़ गई कमी


इसके चलते पाकिस्तान सरकार ने निर्णय लिया कि विदेश में काम करने वाले या बाहर जाने वाले लोगों को एक महीने के भीतर फाइजर टीका लगाया जाएगा, लेकिन पाकिस्तान के पास इसकी कमी पड़ गई. अब पाकिस्तान चेतावनी दे रहा है कि यदि वैश्विक स्तर पर इस मुद्दे पर निर्णय नहीं लिया गया तो चीनी टीकों के टीकाकरण प्रमाण पत्र स्वीकार नहीं करने वाले देश पूरी दुनिया के लिए एक समस्या बन जाएंगे. 


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