Chinese Women Secret Language: चीन (China) एक ऐसा देश है जहां क्लोज्ड कम्युनिटी (Closed Cummunity) रहती है. उनके ज्यादा राज बाहर नहीं आते हैं. आप ये बात इससे समझ सकते हैं कि कागज का आविष्कार चीन में हुआ था और उसने कागज कैसे बनाते हैं इसके सीक्रेट को सदियों तक दुनिया से छिपाकर रखा था. ऐसा ही चीन का एक और राज खुल गया है. जिसको जानने के बाद लोग हैरान हैं. बता दें कि चीन की महिलाएं इतनी शातिर हैं कि उन्होंने मर्दों की बुराई और चुगली करने की अपनी अलग लैंग्वेज ही बना डाली थी. चौंकाने वाली बात है कि यह भाषा आज भी मध्य चीन के कुछ इलाकों में बोली जाती है और इस सीक्रेट भाषा को केवल महिलाएं ही बोल और समझ पाती हैं. अधिकतर मर्द आज भी इससे अनजान हैं.


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कहां बोली जाती है ये सीक्रेट भाषा?


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन की महिलाओं की इस सीक्रेट लैंग्वेज का नाम नुशू (Nushu) है. महिलाएं इस भाषा को आमतौर पर नहीं बोलती हैं. लेकिन जब उनको मर्दों की चुगली करनी होती है तो वो इस भाषा का इस्तेमाल करती हैं. मध्य चीन के सुदूर इलाके में नुशू भाषा बोली जाती है.


गुलामी के काल में बनाई गुप्त भाषा


बताया जाता है कि महिलाओं ने मर्दों की चुगली करने के लिए नुशू नामक गुप्त भाषा का आविष्कार आज से 4 सदी पहले किंग (Qing) वंश के साम्राज्य में किया था. गुलानी के काल में महिलाओं ने नुशू भाषा को आविष्कार किया था. तब महिलाओं को आजादी नहीं थी. उन्हें घर के कामकाज तक सीमित रखा जाता था. लेकिन नुशू भाषा के आविष्कार के बाद महिलाओं ने नुशू भाषा में किताबें भी लिखीं और समाज की रुढ़िवादिता को चैलेंज किया.


गुप्त भाषा से ऐसे हुआ महिलाओं को फायदा


गौरतलब है कि नुशू एक तरह की फोनेटिक स्क्रिप्ट है. इसे उर्दू की तरह दाएं से बाएं की ओर पढ़ा जाता है. नुशू की मदद से महिलाओं को आपस में दोस्ती करने में सहायता मिली. नुशू की मदद से वो आपस में चर्चा करती थीं और समस्याओं को हल करती थीं. इसकी खबर कानों-कान मर्दों को नहीं होती है.


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