High-Risk Third Countries: डिफॉल्ट होने की तरफ बढ़ रहे पाकिस्तान (Pakistan) को यूरोपीय संघ (EU) ने बड़ी राहत दे दी है. यूरोपीय संघ ने पाकिस्तान को हाई रिस्क थर्ड कंट्रीज (High-Risk Third Countries) की लिस्ट से बाहर कर दिया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) ने यूरोपीय संघ के इस कदम का स्वागत किया है. नकदी संकट से परेशान पाकिस्तान को इससे रिलीफ मिलेगी. यूरोपीय संघ ने पाकिस्तान को ये राहत तब दी है कि जब आर्थिक संकट के समय पाकिस्तान को इसकी सख्त जरूरत है. यूरोपीय संघ में मौजूद पाकिस्तानी डेलीगेशन ने कहा कि यह अहम सकारात्मक कदम है. पिछले साल ही पाकिस्तान को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट से बाहर किया गया था.


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पाकिस्तान को ईयू ने दी राहत


यूरोपियन यूनियन ने कहा कि पिछले साल के एफएटीएफ के फैसले के अनुरूप, ईयू ने पाकिस्तान को मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद की फंडिंग के संबंध में हाई रिस्क वाले तीसरे देशों की अपनी लिस्ट से हटाने का फैसला किया है.


पाकिस्तान ने दिया ये रिएक्शन


इस खबर की घोषणा करते हुए पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 2018 में पाकिस्तान को हाई रिस्क वाले तीसरे देशों की लिस्ट में शामिल करने से ईयू में शामिल 27 देशों के साथ बिजनेस करने में पाकिस्तानी कंपनियों को काफी दिक्कत आती थी. उन्होंने रेगुलेटरी के बोझ को झेलना पड़ता था.


हाई रिस्क वाले तीसरे देश कौन?


बता दें कि यूरोपियन हाई रिस्क वाले तीसरे देशों की लिस्ट में उन देशों को शामिल करता है जिनमें एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और काउंटर टेररिज्म फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क के खिलाफ रणनीति तौर पर कमी होती है. पाकिस्तान साल 2018 से अब तक हाई रिस्क वाले देशों की इस लिस्ट में शामिल था.


प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि इस फैसले से देश के बिजनेस, व्यापारियों और संस्थाओं को सुविधा होगी. हाई रिस्क वाले तीसरे देशों की यूरोपीय संघ की ताजा लिस्ट से पाकिस्तान को हटाया जाना अहम डेवलपमेंट है.


(इनपुट- PTI)


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