Pakistan Political Crisis: कभी पाकिस्तानी आर्मी (Pakistani Army) के चहेते रहे इमरान खान (Imran Khan) आज उसी आर्मी की आंख की किरकिरी बन गए हैं. नफरत ऐसी है कि आर्मी, इमरान खान के पॉलिटिकल करियर खत्म करने के मिशन पर है. नियाजी खान को बर्बाद करने का पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है और इसके लिए मोहरा उनके ही अपनों को बनाया गया है. पीटीआई (PTI) के नेता परवेज खटक ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की सूबाई सदारत छोड़ने का ऐलान किया है. उनका कहना है कि 9 मई की घटनाओं की निंदा करते हैं. पाकिस्तान में इमरान खान की घेराबंदी कर ली गई है. एक के बाद एक चोट देकर इमरान खान को कमजोर किया जा रहा है, शहबाज सरकार और आर्मी, इमरान खान के खिलाफ ऐसा चक्रव्यूह रच रही है. जिससे निकलना अब नियाजी खान के लिए आसान नहीं होगा. 9 मई के बाद PTI से मची भगदड़ थमने का नाम नहीं ले रही है. एक-एक करके इमरान के करीबी उसका साथ छोड़ रहे हैं. इस फेहरिस्त में नया नाम इमरान सरकार में रक्षा मंत्री रहे परवेज खटक का है.


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पूर्व रक्षा मंत्री का पार्टी से इस्तीफा


पाकिस्तान के पूर्व रक्षा मंत्री परवेज खटक ने कहा कि मैंने काफी सोच विचार कर बाद ये फैसला किया है क्योंकि सियासी माहौल इस वक्त इस मुल्क का बहुत खराब है और इस माहौल में मेरे लिए चलना बहुत मुश्किल है. मैंने फैसला किया है इस वक्त में पार्टी का ओहदा छोड़ता हूं और दोस्तों और पार्टी वर्कर से बातचीत करके आगे का फैसला करूंगा. नियाजी के करीबी परवेज खटक का यूं अचानक पार्टी छोड़ने का ऐलान आर्मी के उस टॉर्चर से जोड़कर देखा जा रहा है, जो 9 मई के बाद इमरान के करीबियों पर किया जा रहा है. आर्मी और सरकार अब इमरान खान को ऐसी चोट पहुंचा रही है, जिससे इमरान अकेले पड़ जाएं.


इमरान खान का बड़ा बयान


इमरान खान ने कहा था कि मैंने एक कमेटी बनाई जिसमें परवेज खटक और अमन कैसर थे. उनको दावत मिली कि आइए स्टैब्लिशमेंट से आपकी बात होगी. वो उधर जाते हैं उधर उनको सेफ हाउस में बैठा लेते हैं. जब तक उन्हें खबर आ रही है वो सेफ हाउस में बैठे हैं. उन्हें कह रहे हैं कि हम तब आपको छोड़ेंगे जब आप तहरीक-ए-इंसाफ छोड़ेंगे.


पाकिस्तान में 'माइनस इमरान' फॉर्मूला लागू


दरअसल, पाकिस्तान आर्मी ने पाकिस्तान में 'माइनस इमरान' फॉर्मूला लागू कर दिया है. PTI के नेताओं को तोड़ा जा रहा है, जो नहीं मान रहे हैं उन्हें गिरफ्तार किया है. परवेज इलाही को गिरफ्तार कर लिया गया है. एंटी करप्शन टीम ने पुलिस की मदद से परवेज इलाही को गिरफ्तार कर लिया. पिछले कई रोज से पुलिस ने जहूर इलाही रोड पर नाका लगाकर रखा था.


इमरान का आर्मी को पैगाम


हालांकि सेना की इस चोट पर दुनिया के सामने रोने के बजाय इमरान खान इसे सरकार के खिलाफ लड़ने का हथियार बताते फिर रहे हैं. इमरान खान ने कहा कि सरकार को एक पैगाम देना चाहता हूं. आप वक्त लें, दो हफ्ते या तीन हफ्ते ले लीजिए, जितने लोगों को मेरी पार्टी से तोड़ना है, इस वक्त में तोड़ ले, अब तक कई लोगों को तोड़ लिया है,  काफी और भी तोड़ लेंगे, जो कह रहे हैं 9 मई को बड़ा जुल्म हुआ, वो तो हम भी कह रहे हैं, हम भी अपनी फौज के साथ खड़े हैं. जितनों को भी पार्टी से छुड़वाना हैं, आप वक्त तय कर लें, क्योंकि मुल्क तबाही की तरफ जा रहा है. चुनाव का ऐलान कर दें, फिर देखते हैं पाकिस्तानी आवाम क्या फैसला लेती है.


फवाद चौधरी की गद्दारी पड़ी भारी!


इमरान खान पर इस वक्त चौतरफे हमले हो रहे हैं, और नियाजी की मुश्किल ये है कि वो खुद को कमजोर भी दिखाना नहीं चाहते, क्योंकि अगर आर्मी और सरकार के सामने वो कमजोर साबित हुए, तो उनके पॉलिटिकल करियर में वहीं फुल स्टॉप लग जाएगा. वो लड़ रहे हैं. अगर लड़ नहीं भी रहे तो कम से कम लड़ने की कोशिश करते हुए दुनिया को दिखा रहे हैं, लेकिन उनकी लड़ाई अंतहीन नजर आ रही है, क्योंकि अब तहरीक-ए-इंसाफ छोड़ने वाले फवाद चौधरी उनके लिए सिरदर्द बन चुके हैं. फवाद चौधरी PTI नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं, उन्होंने जेल में बंद PTI के नंबर 2 शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात की.


जेल में बंद शाह महमूद कुरैशी से फवाद चौधरी का अचानक मिलना कई लोगों के लिए सिर चकराने जैसा है. इसका मतलब ये है कि सेना ने 'माइनस इमरान' फॉर्मूले के लिए फवाद चौधरी को मोहरा बनाया है, इमरान खान को तोड़ने के मिशन का फवाद चौधरी को चेहरा बनाया गया है. साफ है कि इमरान को छोड़ने वाले फवाद चौधरी, अलग ही सियासी खिचड़ी पका रहे हैं. जिसमें आग सेना की लगाई हुई है, मकसद है इमरान को आगामी चुनाव से दूर रखना, उनका राजनीतिक करियर खत्म करना, उसके लिए नियाजी को आर्मी एक्ट के तहत कड़ी सजा दिलवाने की कोशिश हो रही है.


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