Imran Khan Lahore to Islamabad March: पाकिस्तान में एक बार फिर विपक्षी पार्टी पाकिस्तानी तहरीक ए इंसाफ (PTI) सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने वाली है और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) आज (28 अक्टूबर) लाहौर से इस्लामाबाद तक मार्च निकालने वाले हैं. इस बीच पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इमरान खान पर गंभीर आरोप लगाए हैं. संवाददाता सम्मेलन तब हुआ है जब केन्या में पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या को लेकर देश में कई तरह के आरोप लगाये जा रहे हैं. सशस्त्र बलों (Pakistan Army) के खिलाफ भी अप्रत्यक्ष आरोप लगाए जा रहे है.


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इमरान ने बाजवा को दिया 'आकर्षक प्रस्ताव’


पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अहमद अंजुम ने कहा कि राजनीतिक उथल-पुथल के बीच तत्कालीन सरकार ने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा (General Qamar Javed Bajwa) को मार्च में एक 'आकर्षक प्रस्ताव' दिया था. यह दावा करते हुए इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) पर परोक्ष रूप से निशाना साधा. लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम ने संवाददाताओं से कहा कि मुझे पता है कि आप मेरी मौजूदगी से हैरान हैं.


अगले महीने रिटायर हो रहे हैं जनरल बाजवा


पूर्व प्रधानमंत्री खान का नाम लिए बगैर आईएसआई प्रमुख ने कहा, 'मार्च में जनरल बाजवा को उनके कार्यकाल में अनिश्चितकालीन विस्तार के लिए 'आकर्षक प्रस्ताव' दिया गया था. यह मेरे सामने बनाया गया था. उन्होंने (जनरल बाजवा) इसे अस्वीकार कर दिया, क्योंकि वह चाहते थे कि संस्थान एक विवादास्पद भूमिका से संवैधानिक भूमिका की ओर बढ़े. बता दें कि जनरल बाजवा को तीन साल का विस्तार मिला था और वह अगले महीने रिटायर होने वाले हैं. यह पाकिस्तान के इतिहास में किसी भी आईएसआई प्रमुख द्वारा पहली बार मीडिया से की गयी बातचीत है.


जरूरत होगी तो तथ्यों को सामने लाऊंगा: आईएसआई प्रमुख


लेफ्टिनेंट जनरल अंजुम ने कहा, 'इस एजेंसी (आईएसआई) के प्रमुख के रूप में, मैं चुप नहीं रह सकता, जब उन्हें बिना किसी कारण के निशाना बनाया जाता है.' उन्होंने कहा, 'जब जरूरत होगी , मैं उन तथ्यों को सामने लाऊंगा.' उन्होंने कहा कि बलूचिस्तान के लासबेला इलाके में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए क्वेटा कोर कमांडर समेत अधिकारियों का मजाक उड़ाया गया. उन्होंने कहा कि मार्च में 'काफी दबाव' था, लेकिन संस्था और सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने सेना को उसकी संवैधानिक भूमिका तक सीमित रखने का फैसला किया.


सेना प्रमुख से पिछले दरवाजे से क्यों मिलते हैं: आईएसआई प्रमुख


आईएसआई प्रमुख ने कहा कि सेना प्रमुख को देशद्रोही कहा गया था और उनके परिवार को भी निशाना बनाया गया था. उन्होंने पूछा, 'यदि आप उन्हें देशद्रोही के रूप में देखते हैं, तो आप उनसे पिछले दरवाजे से क्यों मिलते हैं?' पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'आप रात को उनसे चुपचाप मिलते हैं और अपनी असंवैधानिक इच्छाएं व्यक्त करते हैं, लेकिन (सेना प्रमुख) को दिन के उजाले में देशद्रोही कहते हैं. यह आपके शब्दों और आपके कृत्यों के बीच एक बड़ा विरोधाभास है.'


पीटीआई ने आईएसआई प्रमुख के आरोपों को किया खारिज


इस बीच खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने आईएसआई प्रमुख के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने वार्ता के दौरान कभी भी कोई असंवैधानिक मांग नहीं की. पीटीआई नेता असद उमर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बंद दरवाजों के पीछे चर्चा किए गए मामले कोई 'गुप्त' नहीं थे, क्योंकि इमरान खान ने रैलियों और संवाददाता सम्मेलनों में उन पर चर्चा की थी.


अब बड़े मार्च की तैयारी में इमरान खान


पीटीआई के लाहौर से इस्लामाबाद तक निकाले जाने वाले मार्च को लेकर लाहौर में बड़ी तैयारी की गई है. सड़कें बैनर से पटी हुई हैं और मार्च के लिए खास कंटेनर भी तैयार किया गया. अखबारों में भी इमरान के मार्च की चर्चा है. इस मार्च का ऐलान इमरान खान ने बुधवार को ही किया था. इमरान ने कहा था कि वो खुद इस मार्च में शामिल होंगे और सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे, क्योंकि ये सरकार आवाम को वोट नहीं करने दे रही है.


कुर्सी वापस पाने की कोशिश में इमरान खान


पाकिस्तान में अपनी कुर्सी खो चुके इमरान खान (Imran Khan) दिन-रात इस कोशिश में लगे हुए हैं कि उन्हें उनकी कुर्सी कैसे वापस मिलेगी. तख्तापलट का सपना देखने वाले इमरान बार-बार सरकार के खिलाफ मार्च निकाल रहे हैं. इमरान आज एक बार फिर सरकार के खिलाफ मार्च निकालने की तैयारी में है और लाहौर से इस्लामाबाद तक निकाली जाने वाली इस यात्रा के लिए बड़ी तैयारी की गई है. 


प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सरकार की तैयारी


उधर, मार्च में प्रदर्शनकारियों से निपटने के लिए सरकार ने भी तैयारी तेज कर दी है. गिरफ्तारी के लिए कई टीमों का गठन भी किया गया है और पाकिस्तानी तहरीक ए इंसाफ (PTI) की तैयारियों पर खुफिया जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है. जानकारी मिली है कि इमरान की पार्टी ने समर्थकों को  इस्लामाबाद में गैस मास्क, चादरें, कंबल, तौलिये, कपड़े, छोटे टेंट, स्लिंग-शॉट्स, कंचे और डंडों की लाने को कहा है.


इमरान खान का दावा था कि ये मार्च पाकिस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा मार्च होगा, लेकिन जिस तरह से सरकार और पीटीआई तैयारी कर रही है उसे देख कर लगता है कि कहीं ये पाकिस्तान में सबसे बड़ा फसाद ना बन जाए. अब देखना होगा कि इमरान खान मार्च करते हुए लाहौर से कितनी दूर तक चल पाते हैं.


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