इस्लामाबाद: अफगानिस्तान (Afghanistan) में आतंकी गुटों से तालमेल और दुनिया भर में हो रही बदनामी से बचने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) अब नया पैतरा अपना रहा है और इसके लिए उसने 9 पत्रकारों का एक पैनल बनाया है. इसके साथ ही पाकिस्तानी सेना (Pakistan Army) ने 50 सांसदों को रावलपिंडी के आर्मी हेडक्वार्टर में बुलाया है, जिसमें कुछ पूर्व सांसद भी शामिल हैं.


बैठक में ISI के अधिकारी भी होंगे शामिल


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रावलपिंडी के आर्मी हेडक्वार्टर (Army Headquarters) में 50 सांसदों के साथ अगले हफ्ते होने वाली बैठक में आईएसआई (ISI) के अधिकारी भी शामिल होंगे. इसके अलावा बैठक में ISI के पेरोल पर काम करने वाले कुछ पत्रकारों को भी बुलाया गया है. दरअसल, पाकिस्तान की आर्मी दुनियाभर में हो रही बदनामी से परेशान है. आर्मी अपने देख की अपनी खराब होती इमेज को सही करने और दुनिया का उसको लेकर विचार को बदलने की चाल चल रही है.


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पत्रकारों को दी गई इमेज सुधारने की जिम्मेदारी


पाकिस्तान की आईएसआई (ISI) ने देश के 9 पत्रकारों का एक पैनल बनाया है, जिन्हें दुनियाभर में पाकिस्तान की इमेज सुधारने की जिम्मेदारी दी गई है. अब इन्हीं पत्रकारों को विदेशी मीडिया से बात करने या पैनल में बैठने को कहा जाएगा. इसके अलावा अफगानिस्तान या तालिबान पर उन्हीं 50 सांसदो को बात करने या TV डिबेट्स में शामिल होने की इजाजत है, जिन्हें बैठक में बुलाया गया है.


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