Pakistan Crisis: क्या PAK में लागू होगा मार्शल लॉ? लोकतंत्र कुचलने के लिए बढ़ेगी फौज, यहां मिलेगा हर सवाल का जवाब
Pakistan News: पाकिस्तान में राजनीतिक संकट बरकरार है. खासकर इमरान खान पर गोली चलने की घटना के बाद हालात तेजी से बेकाबू हो रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान में यह चर्चा तेज हो गई है कि अवाम के विरोध की आवाज को कुचलने के लिए पाक फौज मार्शल लॉ का इस्तेमाल कर सकती है.
Martial Law in Pakistan: पाकिस्तान के लिए सबसे बुरा दौर फौजी शासन का माना जाता है. उस दौर में जिसने भी आवाज उठाई उसका सिर कुचल दिया गया. वहीं उस दौर में भ्रष्टाचार की जड़े जमकर मजबूत हुईं. क्योंकि सत्ता पर काबिज लोग निरंकुश हो जाते थे और पूरा देश मार्शल लॉ में जीता था. आज उसी पाकिस्तान में एक बार फिर पुराना दौर लौटने के कयास लगाए जा रहे हैं.
पाकिस्तान के सियासी संकट में मची उथलपुथल थमने का नाम नहीं ले रही है. इस देश में शायद पहली बार अपनी ही फौज के खिलाफ मुल्क की अवाम में ऐसा जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है. ऐसे में इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि अपने खिलाफ उठी आवाम की आवाज और विरोध का फन कुचलने के लिए पाकिस्तानी सेना मार्शल लॉ (Martial Law) लगा सकती है.
मार्शल लॉ लगाने से क्या होता है?
पाकिस्तान में भले ही सत्ता बदल गई हो, लेकिन वैश्विक पटल पर उसका किरदार वैसा ही है. ऐसे में सरकार और फौज दोनों का विरोध तेज होने पर उस देश में मार्शल लॉ लगाए जाने की आशंका बढ़ जाती है. मार्शल लॉ लगाने का मतलब किसी देश की चुनी हुई और लोकतांत्रिक सरकार को भंग करके वहां की कमान फौज के हाथ चले जाने से लगाया जाता है.
इमरान पर चली गोली ने बदला खेल?
पाकिस्तानी फौज के खिलाफ लोगों का गुस्सा और आक्रोश भड़कने की सबसे बड़ी वजह फिलहाल इमरान खान पर हुए हमले को माना जा रहा है. पीटीआई के जलसे पर दागी गई गोलियों की गूंज ने पाकिस्तानियों की सिपैंथी इमरान खान की तरफ मोड़ दी है. इस हमले के लिए पाकिस्तान की सेना को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
बाजवा लगाएंगे मार्शल लॉ?
ऐसे में सबसे बड़ा सवाल अब ये उठ रहा है कि पाकिस्तानी फौज अपने खिलाफ तेज हुए विरोध को कुचलने के लिए क्या करेगी? गौरतलब है कि पाकिस्तान में सेना मुख्यालय को ही देश की सुप्रीम चौखट माना जाता है. भारत के बंटवारे के बाद वजूद में आए पाकिस्तान में अब तक करीब 33 साल सेना ने राज किया है. इस देश में जनता की चुनी हुई सरकार का सरताज कौन होगा? ये तक पाकिस्तान फौज के रहनुमा तय करते आए हैं. यही वजह है कि कहा जा रहा है कि इस बार जनरल बाजवा तानाशाह फौजी शाषक जनरल याहया खान के नक्शे कदम पर चल सकते हैं.
(ये स्टोरी आपने पढ़ी देश की सर्वश्रेष्ठ हिंदी वेबसाइट Zeenews.com/Hindi पर)