पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की आज लाहौर कोर्ट में पेशी है. पेशी से पहले इमरान ने जिस अंदाज में पाकिस्तानी सरकार और सेना के खिलाफ आग उगली है, उससे तो यही जाहिर हो रहा है कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान की सियासत से लेकर अवाम तक के लिए भारी साबित होने वाले हैं. इमरान बार-बार ये कह रहे हैं कि उनके लिए सरकार का गुलाम बनने से मरना बेहतर होगा. दरअसल, पाकिस्तानी सेना इमरान को सजा-ए-मौत देने तक की तैयारी कर चुकी है.


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पाकिस्तान की सियासत की इस पूरी लड़ाई में एक तरफ इमरान खान हैं तो दूसरी तरफ पाकिस्तानी सेना और सरकार. वहीं, तीसरी तरफ एक और मास्टरमाइंड है जो लंदन में बैठकर पूरा चक्रव्यूह तैयार कर रहा है. इमरान खान ने कहा, पाकिस्तान के लोगों को अपना संदेश देना चाहता हूं कि मैं अपने खून की आखिरी बूंद तक आजादी के लिए लड़ूंगा क्योंकि मेरे लिए इन बदमाशों का गुलाम बनने से मौत बेहतर है.


'10 साल तक जेल में डालने की तैयारी'


पाकिस्तान की सरकार भी ठानकर बैठी है कि अगर इमरान को छोड़ दिया तो सरकार का बचना मुश्किल ही नहीं बल्कि पूरी तरह से नामुमकिन साबित होगा, लिहाजा सरकार भी इमरान के खिलाफ चक्रव्यूह तैयार करने में जुटी है. इधर इमरान को ये डर सता रहा है कि उन्हें 10 साल तक जेल में डालने की तैयारी है. 


केस ऐसे कि हो सकती है मौत की सजा 
दरअसल, इमरान खान की पार्टी के समर्थकों ने पाकिस्तानी सेना के कई ठिकानों पर हमला बोला था, जिससे सेना की साख पर तो सवाल उठे ही थे, साथ ही साथ सेना को सीधे-सीधे चुनौती भी दी गई थी. इसके बाद पाकिस्तानी सेना ने इमरान खान के खिलाफ कुछ ऐसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जिसमें सीधे-सीधे मौत की सजा का भी प्रावधान है. 


इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान आर्मी एक्ट की धारा 59, 60 के तहत केस दर्ज किया गया है. इन धाराओं का ट्रायल मिलिट्री समरी कोर्ट में होगा. बताया जाता है कि इस एक्ट के तहत दर्ज केस में दोषी साबित होने पर या तो मौत की सजा मिलती है या फिर उम्र कैद होती है. ये केस पाकिस्तानी सेना के मुखिया जनरल आसिम मुनीर के उस बयान के बाद दर्ज किया गया है जिसमें उन्होंने मिलिट्री संस्थानों पर हमला करने वालों के खिलाफ सख्त सजा देने की चेतावनी दी थी. 


शायद इसी वजह से इमरान खान ने पाकिस्तानी सेना के चीफ जनरल आसिम मुनीर के खिलाफ मोर्चा खोला था और अंदेशा भी जताया था कि आर्मी एक्ट में बदलाव किया जा सकता है और उन्हें फंसाया जा सकता है. 


इमरान के लिए शहबाज की रणनीति
शहबाज सरकार ने इमरान के खिलाफ घेराबंदी तैयार करने के लिए बड़ी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने साफ किया है कि इमरान के खिलाफ पाकिस्तान में जो कुछ हो रहा है उसके पीछे नवाज शरीफ का ही हाथ है. नवाज शरीफ लंदन में बैठे हैं और वहीं से इमरान के खिलाफ नये-नये दांव पेंच चल रहे हैं. 


इमरान खान ने कहा, 'जब मैं जेल में था तब शहबाज सरकार ने हिंसा के बहाने जज, ज्यूरी और जल्लाद की भूमिकाएं निभाई. मेरी बेगम बुशरा को जेल भेजने की तैयारी है, जिससे मुझे जलील किया जा सके. अगले 10 साल तक मुझे जेल में रखने के लिए मुल्क का गद्दार भी साबित किया जा सकता है.'


इमरान पर मुकदमों का शतक
पाकिस्तान के अलग-अलग प्रांतों में इमरान खान के खिलाफ 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं और इन तमाम मुकदमों में इमरान जमानत पर हैं. पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने इमरान को राहत दी थी, साथ ही इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने भी इमरान को जमानत दी थी.  इमरान फिलहाल 100 से अधिक मामलों में जमानत पर हैं.


इमरान ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तान में दोबारा इंटरनेट सेवाओं पर बैन लगाने की तैयारी है. खान ने आगे कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के बाहर पाकिस्तानी सरकार ड्रामा कर रही है. सुप्रीम कोर्ट के बाहर चल रहे धरने के पीछे बस यही मकदस है कि किसी भी तरह से चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान को डराया जा सके, ताकि सुप्रीम कोर्ट कानून के मुताबिक फैसला ना सुना सके. 


खून की आखिरी बूंद तक लड़ूंगा
इमरान खान जिस अंदाज में बयान दे रहे हैं उससे तो यही लग रहा है कि अब वो अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं, क्योंकि इमरान को ये डर भी सताने लगा है कि अब अगर उन्हें जेल में डाला गया तो शायद ही वो जिंदा बाहर लौटें. लिहाजा वो खुलकर पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ बैटिंग में जुट गए हैं. इमरान ने कहा है कि जिन मुल्कों में अन्याय होता है वहां जंगल का कानून होता है.