सीमा पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दिया मुंहतोड़ जवाब, तो इमरान लगाने लगे झूठे आरोप
भारतीय सेना नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ रोकने की कोशिशों के चलते पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर लगातार जवाबी कार्रवाई कर रही है.
नई दिल्ली: एलओसी पर पाकिस्तान (Pakistan) द्वारा घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए भारतीय सेना (Indian Army) ने शनिवार को पाकिस्तानी बैट (बॉर्डर एक्शन टीम) के 7 लड़ाकों को ढेर कर दिया था. इसके बाद से ही पाकिस्तान में हड़कंप मचा हुआ है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने इस घटना की जानकारी मिलने के बाद रविवार को इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की आपात बैठक बुलाई. इसके बाद इमरान खान ने कई सिलसिलेवार ट्वीट किये. इन ट्वीट से इमरान खान का डर साफ नजर आ रहा है. अब इमरान खान भारतीय सेना की कार्रवाई में निर्दोष नागरिकों के मारे जाने की बात कर रहे हैं.
दरअसल, भारतीय सेना नियंत्रण रेखा (LoC) पर घुसपैठ रोकने की कोशिशों के चलते पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर लगातार जवाबी कार्रवाई कर रही है. जवाबी कार्रवाई से डरकर पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग के अधिकारी को तलब किया और भारत की गोलीबारी में उसके दो नागरिकों की कथित रूप से मौत की बात कही.
वहीं, इमरान खान ने रोना रोते हुए ट्वीट कर कहा है कि एलओसी के पार निर्दोष नागरिकों पर हुए भारत के हमले की मैं कड़ी निंदा करता हूं. पाकिस्तान के पीएम ने दावा किया कि भारतीय सेना ने सीमा पर क्लस्टर बम का उपयोग किया है. इमरान को मानवता की भी याद आई और उन्होंने कहा कि 1983 कन्वेंशन के मानवतावादी कानून का उल्लंघन करते हुए भारत ने यह कार्रवाई की है. UNSC को शांति और सुरक्षा के लिए इस अंतरराष्ट्रीय खतरे पर ध्यान देना चाहिए. बता दें कि पाकिस्तान लगातार कह रहा है कि भारतीय सेना की गोलीबारी से उनके आम नागरिकों की मौत हुई है.
इमरान खान इतने पर ही नहीं रुके और उन्होंने कश्मीर राग भी अलापना शुरु कर दिया. इमरान ने कहा कि यह कश्मीर के लोगों के दुख की रात को समाप्त करने का समय है. खान ने कहा कि कश्मीर के लोगों को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार अपने अधिकारों के प्रयोग की अनुमति दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा का एकमात्र रास्ता कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण निस्तारण है.
इमरान ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर पर मध्यस्थता करने की पेशकश की थी. यह ऐसा करने का सही समय है क्योंकि कश्मीर स्थिति बिगड़ गई हैं.